क्या आपको पता है बैंड एड, हेयर पिन और टायर का निर्माण केसे हुआ |आइये जानते है कैसे हुआ इनका निर्माण |
बैंड एड
कहते हैं कि जॉन्सन एंड जॉन्सन कम्पनी में एक काम करने वाले कर्मचारी कि पत्नी जब भी सब्जी काटने लगती अपना हाथ काट लेती और वह अपनी पत्नी को कभी पट्टी बंधाते कभी कुछ और उपाय मरहम लगाते लगाते करते करते थक जाते जब कारखाने के मालिक को यह परेशानी पता चली तो उन्होंने सोचा कि ऐसी पट्टी बनायी जाए जो चिपक भी जाए और साथ ही दवा लग कर खून भी बहना बंद हो जाए और फ़िर इस पट्टी का अविष्कार हुआ जिसे बैंड एड कहते है ।
हेयर पिन
हेयर पिन (Hairpin) पहले जब इसको बनाया गया तो यह एक दम सीधी और सपाट थी जिस से यह बालों पर लगाते ही फिसल जाती थी ..इसकी फिसलन रोकने के लिए सालोमन गोल्डबर्ग ने लहरदार घुमाव वाली हायर पिन बनायी और एक कम्पनी को यह विधि बहुत पसंद आई उसने उस से यह विधि 40 लाख में खरीद ली और उसके बाद बनानी शुरू हुई बालों पर न फिसलने वाली हेयरपिन ।
टायर
स्काटलैंड में एक शरारती सा बच्चा जिद पर अड़ गया और अपने पापा से जिद करने लगा कि उसको अपनी तीन पहियों वाली साईकिल के लिए ऐसे पहिये चाहिए जो ऊँचे नीचे सब जगह चल सके अब बच्चा जिद करे और पापा कोई जुगत न लगाए ऐसा कैसे हो सकता है उन्होंने सोचना शुरू किया और कई विधियाँ सोची और आख़िर में बन गया टायर उसके पापा का नाम था जान डनलप जिसके कारण टायर का निर्माण हुआ ।