नोटबंदी के बाद पुराने नोटों की शक्ल में ब्लैैकमनी खपाने के लिए वेस्टर्न एमपी में कई लोगों ने गरीबों के जनधन खातों का उपयोग किया। इनकम टैक्स डिर्पाटमेंट के मुताबिक वेस्टर्न एमपी के 500 जनधन खातों में अब तक सौ करोड़ रुपए से ज्यादा जमा हो चुके हैं।
इंदौर क्षेत्र के मुख्य आयकर आयुक्त वीके माथुर ने बताया, हमें आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद पश्चिमी मध्यप्रदेश के 16 जिलों के अलग – अलग बैंक खातों में एक करोड़ रपए से ज्यादा कैश जमा होने की करीब 350 सूचनाएं मिली हैं। हम इनकी भी जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को पश्चिमी मध्य प्रदेश के सहकारी बैंकों के खातों में एक करोड़ रुपए से ज्यादा कैश जमा होने के 150 अन्य मामलों की जानकारी भी मिली है। इन मामलों की भी छानबीन की जा रही है।
अभी तो यह शुरुआत है
एडिशनल कमिश्नर (इन्वेस्टिगेशन विंग) प्रशांतकुमार झा के अनुसार यह अभी शुरुआत है। उन्होंने कहा कि अभी बैंकों और अन्य सोर्स से जानकारी मिलने का सिलसिला जारी है। विंग को 500 से ज्यादा खातों में संदिग्ध लेनदेन की पुष्टि भी हो चुकी है। अभी संख्या और बढ़ेगी।