बॉलीवुड फिल्म ‘इश्क विश्क’, मैं हूं ना और विवाह जैसी हिट फिल्मों में काम कर चुकीं अभिनेत्री अमृता राव का कहना है कि अभिनय एक बेहद ही अस्थिर पेशा है और इसमें रहते आप किसी चीज की योजना नहीं बना सकते।गौरतलब है अमृता ने वर्ष 2002 में आर्य बब्बर के साथ अब के बरस फिल्म से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। लेकिन, शाहिद कपूर के साथ आई उनकी तीसरी फिल्म से उन्…
बॉलीवुड फिल्म ‘इश्क विश्क’, मैं हूं ना और विवाह जैसी हिट फिल्मों में काम कर चुकीं अभिनेत्री अमृता राव का कहना है कि अभिनय एक बेहद ही अस्थिर पेशा है और इसमें रहते आप किसी चीज की योजना नहीं बना सकते।गौरतलब है अमृता ने वर्ष 2002 में आर्य बब्बर के साथ अब के बरस फिल्म से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। लेकिन, शाहिद कपूर के साथ आई उनकी तीसरी फिल्म से उन्हें प्रसिद्धि मिली। इसके बाद शाहरुख खान के साथ आई फिल्म मैं हूं ना और विवेक ओबेराय के साथ आई मस्ती ने इनकी शोहरत में चार चांद लगाया।इसके बाद वाह लाइफ हो तो ऐसी, शिखर और प्यारे मोहन जैसे एक के बाद एक आई कई असफल फिल्मों के बाद उनकी शाहिद के साथ आई सुरज बड़जात्या की फिल्म विवाह आखिरकार सफल रही।वहीं, फिल्म माई नेम इज एंथनी गोनसालविस, शार्टकट और लव यू मिस्टर कलाकार जैसी फिल्मों के साथ उनके हाथ असफलता ही आती रही। मालूम हो, एक बार फिर अमृता अब अरशद वारसी और बोमन ईरानी के साथ जॉली एलएलबी और प्रकाश झा की फिल्म सत्याग्रह और सनी देओल के साथ सिंह साहेब द ग्रेट में दिखेंगी।बकौल अमृता, मुझे लगता है कि यह एक बेहद ही अस्थिर पेशा है और आप यहां अपने लिए कोई योजना नहीं बना सकते। जब भी आप कोई योजना बनाते हैं, तो हालात बिगड़ने लगते हैं। कम फिल्में करने का मेरा कोई इरादा नहीं था, यह बस ऐसे ही हो गया। वर्ष 2000 में मेरे पास फिल्मों की एक लंबी कतार थी, लेकिन ये सारी फिल्में अटक गईं। ये फिल्में कभी बनी ही नहीं।