हिंदी सिनेमा में एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्चन को कहा जाता है, उन्हें यह खिताब फिल्म जंजीर के बार मिला था। लेकिन अमिताभ का कहना है कि बॉलीवुड के पहले एंग्री यंग मैन वह नहीं सुनील दत्त हैं, जिन्होंने फिल्म मदर इंडिया में एंग्री मैन बिरजू का किरदार निभाया था।भारत की ओर से ऑस्कर अवार्ड में जाने वाली पहली भारतीय फिल्म मदर इंडिया में सुनील दत्त ने…
हिंदी सिनेमा में एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्चन को कहा जाता है, उन्हें यह खिताब फिल्म जंजीर के बार मिला था। लेकिन अमिताभ का कहना है कि बॉलीवुड के पहले एंग्री यंग मैन वह नहीं सुनील दत्त हैं, जिन्होंने फिल्म मदर इंडिया में एंग्री मैन बिरजू का किरदार निभाया था।भारत की ओर से ऑस्कर अवार्ड में जाने वाली पहली भारतीय फिल्म मदर इंडिया में सुनील दत्त ने नरगिस के गुस्सैल बेटे का किरदार निभाया था। अमिताभ ने फेसबुक पेज पर लिखा है, ‘नमक हराम ने गुस्से का वो बीज बोया, जो जंजीर में शोला बन गया और इसके बाद मीडिया ने मुझे ‘एंग्री यंग मैन’ का खिताब दे दिया। लेकिन मेरा हमेशा से मानना रहा है कि ‘एंग्री यंग मैन’ को पहली बार पर्दे पर उतारने का काम महबूब साहब ने अपनी फिल्म ‘मदर इंडिया’ में किया। इसमें सुनील दत्त ने बेहतरीन तरीके से प्रतिशोध की आग में जलने वाले बिरजू के किरदार को निभाया।अमिताभ सुनील दत्त को हिंदी सिनेमा का पहला एंग्री यंग मैन जरूर बता रहे हैं, लेकिन इससे पहले किसी ने भी सुनील दत्ता को इस तमगे ने नहीं नवाजा। लेकिन सलीम-जावेद ने फिल्म जंजीर में एक एंग्री यंग मैन को जन्म दिया था, जिस किरदार में जान डाली अमिताभ बच्चन ने। दर्शकों को यह एंग्री यंग मैन इतना पसंद आया कि अमिताभ बॉलीवुड के पहले एंग्री यंग मैन बन गए।जंजीर के बाद भी अमिताभ ने कई ऐसी फिल्मों में काम किया, जिसमें उन्हें एक ऐसे युवा के रूप में पेश किया गया जो सिस्टम या देश में बढ़ते भ्रष्टाचार से बेहद नाराज दिखाई देता है।