बॉलीवुड में कॉमेड़ी फिल्मों का बोलबाला है पर अब फिर से एक्शन का ट्रेंड चलने वाला है। जी हां, स्टंट से भरपूर एक्शन फिल्मों को दौर फिर बॉलीवुड में शुरु होने वाला है। वैसे इस साल की पहली एक्शन फिल्म आ चुकी है जो एक्शन से भरपूर है। इस फिल्म का नाम कमांडो है। इस फिल्म को आपने देखी होगी इसमें अलग तरह का आर्ट को दिखाया है। इस फिल्म में मुख्य कलाकार के रुप…
बॉलीवुड में कॉमेड़ी फिल्मों का बोलबाला है पर अब फिर से एक्शन का ट्रेंड चलने वाला है। जी हां, स्टंट से भरपूर एक्शन फिल्मों को दौर फिर बॉलीवुड में शुरु होने वाला है। वैसे इस साल की पहली एक्शन फिल्म आ चुकी है जो एक्शन से भरपूर है। इस फिल्म का नाम कमांडो है। इस फिल्म को आपने देखी होगी इसमें अलग तरह का आर्ट को दिखाया है। इस फिल्म में मुख्य कलाकार के रुप में हैं विद्युत जांबवाल जिन्होने हैरतअगेंज कारनामें किए हैं। इस फिल्म के बाद विद्युत जांबवाल की अक्षय कुमार से तुलना हो रही है। वैसे इस साल कई एसी फिल्मों में आपको एक्शन हैं जो आपको चौंकाएंगे भी डराएंगे। अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम, आमिर खान, सैफ अली, रितिक रोशन, अभिषेक बच्चन आदि ऐसे कलाकार हैं जो इस साल एक्शन फिल्में कर रहे हैं।ये तो ठीक है पर ये सब आपको मल्टी स्टारर फिल्म में दिखेंगे। पर इन सबको टक्कर देने अकेले आएं हैं कमांडो के विद्युत जांबवाल। यूं तो अक्षय कुमार की ही भांति विद्युत जांबवाल भी मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेने के बाद बॉलीवुड से जुडे़ हैं, मगर अक्षय कुमार और विद्युत जांबवाल में बहुत बड़ा पर्क है।अक्षय कुमार ने बैंकॉक में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग हासिल की, जो कि पूरी तरह से चाइनीज पैटर्न पर आधारित है, जबकि पूरे विश्व के सभी मार्शल आर्ट की मां माने जाने वाले मार्शल आर्ट केरल की कराली पयट्टू में विद्युत जांबवाल ने महारत हासिल की है।खुद विद्युत जांबवाल कहते हैं, मार्शल आर्ट मूलत: भारतीय एक्शन की कला हैं, जो कि केरल में कराली पयट्टू के नाम से मशहूर है। महज तीन साल की उम्र में मैंने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेनी शुरू की थी। मैंने वहां की खास मार्शल आर्ट ‘कराली पयट्टू’ सीखी, जिसे पूरे विश्व की मार्शल आर्ट की मां कहा जाता हैं।विद्युत जांबवाल ने फिल्म ‘कमांडो’ में जो भी एक्शन सीन किए हैं, वे सभी भारत में ही फिल्माए गए हैं। यह एक अलग बात है कि इस फिल्म की शूटिंग से पहले दक्षिण अफ्रीका से फ्रांस स्पिलहाउस को बुलाकर उन्हें ट्रेनिंग दिलाई गई। तीन साल की उम्र से मार्शल आर्ट सीखते आ रहे और मार्शल आर्ट तथा जिमनॉस्टिक के तमाम शो कर चुके विद्युत जांबवाल को आखिर ट्रेनिंग की क्या जरूरत पड़ी?इस पर वह कहते हैं, मैं तो प्रशिक्षित था, मगर इस फिल्म में मेरे साथ दूसरे कलाकार भी हैं। तो उन्हें भी प्रशिक्षण देना जरूरी था। हकीकत में मारते हुए भी चोट लग सकती है। इसलिए यह ट्रेनिंग जरूरी थी कि लोगों को चोट ना लग पाए. जिस तरह का एक्शन फिल्मों में दिखाया जा रहा है, उससे हटकर एक नया एक्शन हमने फिल्म ‘कमांडो’ में दिया है।’विद्युत जांबवाल की चर्चा करते हुए विपुल अमृतलाल शाह कहते हैं- ‘हम अपनी इस फिल्म के लिए जिसे भी हीरो साइन करते, उसे हमें ट्रेनिंग देनी ही पड़ती। मगर इस फिल्म का जो किरदार है, उसके अनुरूप विद्युत जामवाल ज्यादा सटीक लगे। माना कि विद्युत जांबवाल एक नया कलाकार है, मगर विद्युत जांबवाल 25 साल से मार्शल आर्ट करते आ रहे हैं।इस फिल्म में वह एक्शन की नई स्टाइल लेकर आ रहा है। तो ऐसे कलाकार को ट्रेनिंग देकर हमने एक्शन की नई स्टाइल को और निखारा है। यह बात लोगों को बहुत अच्छी लगेगी। हमारे देश में अब तक अक्षय कुमार, सलमान खान या अमिताभ बच्चन भी एक्शन करते आए हैं। पर जमाना बदल चुका हैं। इस नए जमाने का नया हीरो कुछ नया एक्शन करता हुआ नजर आएगा।’भारत में भले ही तमाम कलाकार दावा कर रहे हों कि वह नए नए एक्शन परदे पर कर रहे हैं, मगर सभी कलाकार विदेशों की नकल ही कर रहे हैं। इतना ही नहीं आमिर खान अपनी फिल्म ‘धूम 3’ के एक्शन को विदेशी टीम की मदद से विदेश में ही फिल्मा रहे हैं। तो वहीं हृतिक रोशन की फिल्म ‘कृष 3’ को भी विदेशों में ही फिल्माया गया है।‘धूम 3’ और ‘कृश 3’ में एक्शन सीन को करने से पहले आमिर खान और रितिक रोशन ने काफी ट्रेनिंग हासिल की है। इन फिल्मों में दर्शकों को हॉलीवुड स्तर का एक्शन देखने को मिलेगा। देखते हैं बाकी फिल्में जो आएंगी कमांडो से बेहतर साबित होती है या नही या कोई नया कीर्तिमान हांसिल करती हैं।