संजय दत्त को टाडा कोर्ट ने एक महीने तक घर का खाना खाने की इजाजत दी है, लेकिन यरवदा जेल के ऑफिसर्स नहीं चाहते कि वे घर का खान खाएं। यरवदा जेल प्रशासन ने टाडा कोर्ट को एक अर्जी दी है, जिसमें उन्होंने जेल नियमों का हवाला देते हुए संजू बाबा के घर से आए खाने को बंद करने की मांग की है।
मुंबई बम धमाके में आर्म्स एक्ट के तहत यरवदा जेल में साढ़े तीन साल की…
संजय दत्त को टाडा कोर्ट ने एक महीने तक घर का खाना खाने की इजाजत दी है, लेकिन यरवदा जेल के ऑफिसर्स नहीं चाहते कि वे घर का खान खाएं। यरवदा जेल प्रशासन ने टाडा कोर्ट को एक अर्जी दी है, जिसमें उन्होंने जेल नियमों का हवाला देते हुए संजू बाबा के घर से आए खाने को बंद करने की मांग की है।
मुंबई बम धमाके में आर्म्स एक्ट के तहत यरवदा जेल में साढ़े तीन साल की सजा काटने आए संजय दत्त की इस अर्जी से मुश्किलें बढ़ गई हैं। पहले ही काफी मायूस और हलाश संजू के लिए जेल प्रशासन का यह कदम किसी सजा से कम नहीं है, हालांकि टाडा जेल ने संजय दत्त को एक महीने तक घर का खाना खाने और सेल में पंखे की हवा में रहने की इजाजत दी है।
लेकिन यरवदा अधिकारियों ने जेल नियमों का हवाला देते हुए कहा है कि संजय दत्त को इस तरह की सुविधा देने की अवधि और न बढ़ाई जाए। पुणे की यरवदा जेल में रखे गए संजय को टाडा कोर्ट ने घर का खाना और दवाइयां लेने की अनुमति दी थी। जेलर योगेश देसाई के मुताबिक अदालती कार्रवाई के तहत इस याचिका पर सुनवाई होगी। संजय को जेल में सुरक्षा कारणों से एक अलग सेल में रखा गया है।
हालांकि जेल प्रशासन ने अभी तक उनके काम का निर्धारण नहीं किया है। पिछली बार इसी जेल में रहते हुए उन्होंने बेंत की कुर्सियां और टोकरियां बुनी थीं। इस बार भी अनुमान लगाया जा रहा है कि संजू यही काम करेंगे। कुछ लोगों का कहना है कि वह बढ़ाई काम भी कर सकते हैं, जिसके लिए उन्हें 15 रुपए प्रतिदिन मिलेंगे।
संजय दत्त को काम के लिए जो मजदूरी मिलेगी, उसका इस्तेमाल वह जेल केंटीन से अपने लिए सामान खरीदने पर खर्च कर सकते हैं। वैसे टाडा जेल से संजू को घर से एक हजार रुपए मंगवाने की भी इजाजत मिल गई है।