इमालवा – जयपुर। राज्य में अब प्रशिक्षित बेरोजगारों को भर्ती परीक्षा के तनाव से निजात दिलाने की तैयारी की जा रही है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) को हटाने की कानूनी बाध्यताओं के बीच सरकार नए फार्मूले पर विचार कर रही है।
इसके तहत तृतीय श्रेणी शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में टेट और दसवीं, बारहवीं तथा स्नातक के अंकों के आधार मैरिट बनाई जाएगी। हालांकि प्रस्ताव पर अंतिम मोहर नहीं लगी है। लेकिन सचिवालय में गुरूवार को शिक्षा विभाग की उच्च स्तरीय बैठक के बाद शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ ने ये संकेत दिए।
बैठक में अधिकारियों ने प्रशिक्षित बेरोजगारों की कई परीक्षाओं की समस्याओं और टेट हटाने के विषय पर विचार किया। टेट के बारे में ली गई कानूनी राय में सामने आया था कि एनसीटीई के नियमों के तहत राज्य सरकार इसे हटा नहीं सकती। ऎसे में छात्रों को टेट की बजाय दूसरी बड़ी परीक्षा से ही निजात दिलाने पर विचार किया गया है।
नए प्रस्ताव के तहत तृतीय श्रेणी शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में टेट के 80 प्रतिशत अंकों के साथ ही 10 प्रतिशत अंक दसवीं-बारहवीं के तथा 10 प्रतिशत अंक स्नातक और बीएड के लिए जाएंगे। विभाग की ओर से यह प्रस्ताव मंत्रिमंडल उपसमिति को भेजा जाएगा और इसके बाद मुख्यमंत्री स्तर पर अंतिम निर्णय होगा।
बैठक के बाद सराफ ने मीडिया को बताया कि टेट परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार के कानून की बाध्यता आ रही है। अध्यापक शिक्षक परिष्ाद के नियमों के तहत इसे हटाया जाना संभव नहीं है, लेकिन सरकार परीक्षार्थियों को विभिन्न परीक्षाओं के तनाव से मुक्ति दिलाना चाहती है।
इन मसलों पर भी हुई चर्चा
विभाग की समीक्षा बैठक में स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन, बालिका छात्रावास, मॉडल स्कूल, शिक्षा का अधिकार कानून के तहत 25 प्रतिशत नि:शुल्क प्रवेश की सुनिश्चितता, सभी स्कूलों में शौचालय बनाने, निजी स्कूलों की पुनर्भरण राशि जारी करने जैसे विष्ायों पर चर्चा हुई।
साथ ही स्कूल, संस्कृत, तकनीकी और उच्च शिक्षा में 60 दिवसीय और पांच वष्ाीüय कार्ययोजना पर विचार किया गया। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्याम एस.अग्रवाल, स्कूल शिक्षा सचिव खेमराज, उच्च व तकनीकी शिक्षा सचिव राजीव स्वरूप भी मौजूद थे।
कई पेचिदगियां भी…
इस मामले में सरकार के रूख की जानकारी मिलते ही प्रशिक्षित बेरोजगारों के संगठन विरोध जताना भी शुरू कर दिया। उनका तर्क है कि जिन अभ्यर्थियों ने टेट परीक्षा पास की है, वे सभी इसे मात्र पात्रता परीक्षा ही मान रहे थे, मैरिट के हिसाब से उन्होंने तैयारी नहीं की थी।
साथ ही पिछली दो टेट परीक्षाओं के परिणामों में कई विसंगतियां रह गई थीं। नई व्यवस्था के लिए एक बार फिर से टेट परीक्षा आयोजन की उम्मीद की जा रही है। हालांकि इसके लिए आवेदन भरे जा चुके हैं।
जिन अभ्यर्थियों ने मात्र टेट की पात्रता होने के कारण आवेदन नहीं भरे हैं, वे भी अच्छे अंक पाने के लिए फिर से टेट के लिए आवेदन करना चाहेंगे। ऎसे में टेट की आवेदन प्रक्रिया भी फिर से खोले जाने की मांग की जा सकती है।