इमालवा.कॉम – बरेली । भारतीय रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन के ठहरने, चढ़ने-उतरने से लेकर हर व्यवस्था लगभग कॉमन है। उनकी सूरत और सुविधाएं भी। इन्हीं मे है नॉन स्टॉप गूंजने वाली चर्चित आवाज..चाय-चाय, पूड़ी-छोले, जो जल्द ही अतीत की बात होगी। बदलते जमाने के साथ ही चोला बदलने की जिद्दोजहद में जुटे रेलवे ने सफर के दौरान खान-पान की व्यवस्था में बड़ा फेरबदल करने का फैसला फाइनल कर दिया है। न स्टेशन पर वेंडर के स्टॉल दिखेंगे न ट्रेन में पेंट्री कार होगी। सफर में पानी, चाय-नाश्ते से लेकर खाना तक यात्रियों को सिर्फ फोन घुमाते ही मिलेगा। यात्रियों को यह सुविधा किसी नई हेल्पलाइन या नंबर से नहीं बल्कि ट्रेन लोकेशन, रिजर्वेशन जानकारी देने वाली पुरानी हेल्पलाइन 139 पर ही मिलेगी।
स्मार्ट शहरों के साथ ही रेलवे को भी स्मार्ट बनाने का सपना नई केंद्र सरकार ने देखा है। इसी कड़ी में खान-पान की व्यवस्था को दुरुस्त करने पर मुहर लगी है। इसके लिए रेलवे सभी स्टेशनों पर फूड प्लाजा बनाने में जुट चुका है।
उत्तर रेलवे की बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, देहरादून, चंदौसी, शाहजहांपुर समेत सभी स्टेशनों पर इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) की टीम रेल अफसरों के साथ फूड प्लाजा को भूमि देख चुकी है।
बरेली जंक्शन पर आरक्षण केंद्र के सामने स्थित खाली पड़ी जगह पर मुख्य फूड प्लाजा बनेगा, तो वहीं हर प्लेटफार्म पर भी फूड प्लाजा की शाखाएं होंगी।
फूड प्लाजा पर यात्रियों को गुणवत्ता युक्त स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ निर्धारित दाम पर मिलेंगे। रेलवे बोर्ड ने हर स्टेशन से गुजरने वाली राजधानी, सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों की रिपोर्ट मांगी है। इनमें सफर करने वाले यात्रियों की संख्या के लिहाज से ही स्टेशनों पर फूड प्लाजा खोले जाएंगे।
पेंट्रीकार-स्टॉल होंगे बंद
रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों की पेंट्रीकार और स्टेशनों पर स्थित खाद्य पदार्थ के स्टॉल बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है। इनके नए लाइसेंस बंद किए जा रहे हैं। अब सिर्फ फूड प्लाजा के लाइसेंस दिए जाएंगे। ट्रेनों की पेंट्रीकार-स्टॉल से घटिया खाना मिलने की शिकायत लंबे समय से आ रही थी। अफसरों की जांच-पड़ताल में खाने के नमूने भी फेल हुए, तो वहीं पेंट्रीकार के कर्मचारी यात्रियों को लूटने एवं उनके सामान चोरी करने के साथ ही छेड़छाड़ की घटनाओं को अंजाम देने लगे थे।