इशरत जहां एनकाउंटर: अमित शाह को CBI बना सकती है आरोपी

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गुजरात के मुख्‍यमंत्री इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में सीबीआई मोदी के करीबी और पूर्व राज्‍य मंत्री अमित शाह को शिकंजे में लेने की तैयारी कर रही है।

सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि अमित शाह को इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में आरोपी बनाया जा सकता है। सीबीआई इस केस की एफआईआर में अमित शाह का नाम…

इशरत जहां एनकाउंटर: अमित शाह को CBI बना सकती है आरोपी

गुजरात के मुख्‍यमंत्री इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में सीबीआई मोदी के करीबी और पूर्व राज्‍य मंत्री अमित शाह को शिकंजे में लेने की तैयारी कर रही है।

सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि अमित शाह को इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में आरोपी बनाया जा सकता है। सीबीआई इस केस की एफआईआर में अमित शाह का नाम दर्ज कर सकती है। अमित शाह, मोदी के बेहद करीबी बताए जाते हैं। ऐसे में मोदी की राष्‍ट्रीय इमेज पर इसका काफी प्रभाव पड़ सकता है।

बता दें कि सीबीआई और गुजरात के एक पुलिस अधिकारी ने इस बात का दावा किया है कि मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व गृह राज्य मंत्री अमित शाह को इस बात की जानकारी थी कि कॉलेज स्टूडेंट इशरत जहां और तीन अन्य जून 2004 में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाएंगे। 15 जून 2004 को अहमदाबाद से कुछ ही दूरी पर पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मुंबई के एक कॉलेज की स्टूडेंट इशरत जहां, जावेद शेख, अमजद अली राणा और जीशान मारे गए थे।

हालांकि गुजरात पुलिस का कहना है कि इशरत जहां, जावेद शेख, अमजद अली राणा और जीशान लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी थे और मोदी की हत्या के मिशन पर आए थे। लेकिन इशरत का परिवार और मानवाधिकार कार्यकर्ता इस दावे को खारिज करते हैं। उनका कहना है कि इशरत निर्दोष थी। उसे फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है। चारों को मुंबई से गुजरात लाकर फर्जी मुठभेड़ में मारा गया था।

सीबीआई के मुताबिक आईबी का वरिष्ठ अधिकारी और अमित शाह कथित रूप से इस साजिश का हिस्सा हैं। आईबी अधिकारी राजेंद्र कुमार के साथ `सफेद दाढ़ी` और `काली दाढ़ी` वाले शख्स ने इशरत फर्जी एनकाउंटर को अंजाम दिया था। इस कोड वर्ड के तहत सफेद दाढ़ी से नरेंद्र मोदी और काली दाढ़ी से अमित शाह को इंगित किया गया है।

उधर कुछ बीजेपी इसे मोदी की इमेज खराब करने का हथकंडा भी बता रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार में मोदी फोबिया हावी हो गया है, इसलिए उन पर हमले तेज हो गए हैं।