मानसून इस बार देश पर छप्पर फाड़कर बरसने के मूड में है। रिकॉर्ड तेज़ी के साथ मानसून देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में पहुंच चुका है। एक ही दिन की बारिश में दिल्ली हलकान है तो मुंबई परेशान है। देश के पहाड़ों में बारिश कहर बरपा रही है। राजधानी में कल यमुना खतरे के स्तर को छू सकती है तो वहीं मुंबईकरों के लिए अगले 48 घंटे इम्तिहान साबित हो सकते हैं।
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मानसून इस बार देश पर छप्पर फाड़कर बरसने के मूड में है। रिकॉर्ड तेज़ी के साथ मानसून देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में पहुंच चुका है। एक ही दिन की बारिश में दिल्ली हलकान है तो मुंबई परेशान है। देश के पहाड़ों में बारिश कहर बरपा रही है। राजधानी में कल यमुना खतरे के स्तर को छू सकती है तो वहीं मुंबईकरों के लिए अगले 48 घंटे इम्तिहान साबित हो सकते हैं।
उत्तराखंड में बारिश का असर ऐसा है कि 8 लोग जान गंवा चुके हैं। चार धाम यात्रा पर ब्रेक लग चुका है लेकिन बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है।
मॉनसून आया, समूचे उत्तर भारत ने राहत की सांस ली। मगर अब यही बारिश उत्तराखंड के लिए भारी मुसीबत का सबब बन गई है। भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्सखलन हो रहा है। पिछले चौबीस घंटों में कम से कम आठ लोग राज्य में बारिश की भेंट चढ़ चुके है। चारधाम यात्रा के रास्ते बंद होने से 25 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री जहां-तहां फंस गए हैं।
गंगा अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अलग- अलग जगहों से भूस्सखलन की खबरें आ रही हैं। देहरादून में ये 1925 के बाद की सबसे तेज़ बारिश है।
ऐसा नहीं है कि ये आफत अचानक या पहली बार आई है। बारिश के मौसम में उत्तराखंड का अमूमन हर साल ऐसा ही नजारा दिखता है। मगर असली चुनौती सरकार की है कि वो इस आफत को कितनी तेजी और मुस्तैदी से निबटाती है।
हरियाणा के यमुनानगर में भारी बारिश के बाद यमुना नदी उफान पर है। यहां के लापरा गांव में यमुना नदी के बीच टापू में 55 लोग फंस गए हैं। उनके रेस्क्यु के लिए सेना के हेलिकॉप्टरों की मदद ली जा रही है। फंसे हुए लोगों में 15 बच्चे भी शामिल हैं। ये लोग रविवार सुबह से ही यहां फंसे हुए हैं।
खबरों के मुताबिक ये सभी पेशे से किसान हैं और तरबूज की पैदावार इकट्ठी करने यहां गए थे लेकिन हथिनीकुंड बैराज से 3.4 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर ऐसा बढ़ा कि ये वापस नहीं लौट सके। हरियाणा सरकार के मुताबिक इन लोगों को बचाने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। नेशनल डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की टीम को हेलिकॉप्टर्स के ज़रिए लापरा गांव भेजा गया है। राज्य सरकार ने करनाल, पानीपत और सोनीपत के कुछ हिस्सों में भी बाढ़ की चेतावनी दी है। हथिनीकुंड बैराज से लागातर पानी छोड़ा जा रहा है और दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।