इमालवा- नई दिल्ली।। लोकसभा में बीएसपी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क द्वारा राष्ट्र गीत वंदे मातरम् का सम्मान करने से इनकार करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने बर्क की इस हरकत पर कड़ी आपत्ति जताई थी। स्पीकर ने कहा था कि ऐसा सदन में दोबारा नहीं होना चाहिए। अब पूर्व लोकसभा स्पीकर और कम्युनिस्ट नेता सोमनाथ चटर्जी ने भी कड़ी आपत्ति जताई है।बर्क ने वंदे मातरम् बॉयकॉट करने के बाद इस्लाम का हवाला दिया था।
सोमनाथ चटर्जी ने इस पर उनकी कड़ी आलोचना की है। जब बर्क के इस कदम की चौतरफा आलोचना होने लगी तो उन्होंने तर्क दिया था कि हमें कुछ संवैधानिक अधिकार मिले हैं, जिनसे धार्मिक आजादी को सुरक्षा मिलती है लेकिन कुछ वैसी बाते भी हैं तो मजहब के खिलाफ है जिसे खारिज करने मुझे का हक है। मुझे नहीं लगता है कि यह अपनी मातृभूमि से प्रेम के खिलाफ है।बर्क के इस तर्क पर सोमनाथ चटर्जी ने कहा कि मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि एक सीनियर सांसद ने राष्ट्र गीत पर क्यों आपत्ति जताई। वह बतौर जनप्रतिनिधि चुने गए हैं न कि किसी खास मजहब को संसद में रेप्रिजेंट करते हैं। लोकसभा स्पीकर को फैसला करना चाहिए कि उस सांसद पर क्या कार्रवाई करेंगी।बीजेपी ने भी बीएसपी सांसद की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी ने कहा कि जिसे वंदे मातरम् से नफरत है, वह देश छोड़कर जा सकता है।
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि वंदे मातरम् का अपमान संविधान का अपमान है। जिसे वंदे मातरम् से नफरत है उस न तो संसद का हिस्सा बनने का हक है और न ही इस देश में रहने का हक है। केंद्र सरकार तो लूट में व्यस्त है, इसलिए उसे इस मसले पर बोलने की फुर्सत नहीं है। इस देश में तालिबानी रवैया बर्दाश्त से बाहर है, इस बात को समझने की जरूरत है।