दिल्ली में बाढ़ का खतरा, लगातार बढ़ रहा है यमुना का जलस्तर

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पहाड़ों में जारी भारी बारिश की वजह से यमुना भी उफान पर है। हथिनीकुंड बराज से छोड़े गए पानी की वजह से दिल्ली के निचले इलाकों के डूबने का खतरा मंडरा रहा है। एहतियात के तौर पर निचले इलाकों को खाली करा लिया गया है। यमुना का जलस्तर 206.14 तक पहुंच गया है।

उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश का असर दिल्ली में भी दिखना शुरु हो गया है। यमुना उफान पर है, ऊपर…

दिल्ली में बाढ़ का खतरा, लगातार बढ़ रहा है यमुना का जलस्तर

पहाड़ों में जारी भारी बारिश की वजह से यमुना भी उफान पर है। हथिनीकुंड बराज से छोड़े गए पानी की वजह से दिल्ली के निचले इलाकों के डूबने का खतरा मंडरा रहा है। एहतियात के तौर पर निचले इलाकों को खाली करा लिया गया है। यमुना का जलस्तर 206.14 तक पहुंच गया है।

उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश का असर दिल्ली में भी दिखना शुरु हो गया है। यमुना उफान पर है, ऊपर से हरियाणा के हथिनीकुंड बराज से छोड़ा गया 8 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी भी दिल्ली पहुंच रहा है जिससे हालत और गंभीर होने की आशंका है। हालात से निपटने के लिए प्रशासन ने निचले इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया है।

प्रशासन ने किसी भी हादसे से निपटने के लिए बोट और गोताखोरों की तैनाती की है। जामियानगर में ओखला बराज के निचले इलाके को खाली करा दिया गया है। नतीजा यह कि हजारों लोग फुटपाथ पर आ गए हैं। लेकिन बेघरों के लिए छत का कोई बंदोबस्त नहीं, जबकि दिल्ली में भी मौनसून लगातार मेहरबानी दिखला रहा है।

यमुना का जलस्तर बढ़ने से करीब दिल्ली में करीब एक लाख लोग प्रभावित होंगे और दर्जनभर से ज्यादा इलाके यमुना की जद में आ जाएंगे। ये इलाके हैं…चिल्ला, मॉडल टाउन, बुराडी, ओखला, मदनपुर खादर, आईएसबीटी, करावल नगर, मजनूं का टीला, सरस्वती विहार, जगतपुरी, सोनिया विहार, गांधीनगर।

दिल्ली में यमुना पहले ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एहतियातन पुरानी दिल्ली के लोहे के पुल को बंद कर दिया गया है। ये हालत तब है जब हथिनीकुंड बराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली नहीं पहुंचा है। साफ है कि दिल्ली की मुश्किलें अभी और बढ़नी हैं।