दिल्‍ली में 6000 करोड़ की है पॉर्न इंडस्‍ट्री

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इमालवा – नई दिल्‍ली । राजधानी में दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा पॉर्न बाजार असान तरीकों और महज चंद रूपयों में लोगों को पॉर्न की लत लगा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि यहां मोबाइल में पॉर्न वीडियो लेने के लिए इंटरनेट कनैक्शन की भी जरूरत नहीं है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक यही पॉर्न पांच वर्षीय “गुडिया” की जिंदगी तबाह करने का जिम्मेदार है। पुलिस ने हाल ही यह खुलासा किया था कि गुडिया के गुनहगारों ने यह दरिंदगी दिखाने से पहले मोबाइल पर पॉर्न वीडियो देखा था।

यहां धड़ल्ले से बिकता है पॉर्न
दरअसल दिल्ली के पालिका बाजार से लेकर गफ्फार मार्केट और नेहरू पैलेस तक पॉर्न आसानी से उपलब्ध है। इस बाजार को शिखर तक पहुंचाने में बड़ा किरदार निभाया है टेक्नोलॉजी ने। इन बाजारों में पॉर्न ढूंढने के लिए किसी अच्छी दुकान को तलाशने की जरूरत नहीं है और ना ही यहां यह “माल” किसी सीडी या डीवीडी में बिकता है।
यहां पॉर्न वीडियो की तलाश खत्म होती है इन बाजारों में फुटपाथ पर थड़ी लगाकर बैठे सौदागरों पर। इनके पास प्लाईवुड के टेबल पर एक लैपटॉप और ग्राहकों की सुविधा के लिए कुछ स्टूल या कुर्सियां होती हैं, लेकिन इनकी इस थड़ी के सामान से कहीं ज्यादा “माल” होता है इनके इस लैपटॉप में।
लैपटॉप से मोबाइल में बेहिचक ट्रांसफर होता पॉर्न
यहां ग्राहकों के मोबाइल फोन में लैपटॉप से वीडियो ट्रांसफर किए जाते हैं, बेशक इसके लिए ग्राहकों से पैसे भी लिए जाते हैं। एक समाचार पत्र के मुताबिक हाई डेफिनीशन से लेकर लो क्वालिटी क्लिप्स के लिए ग्राहक 150 रूपए से 450 रूपए तक अदा करते हैं। एक टीनएजर पॉर्न विके्रता ने बताया, “हमारे पास हाई डेफिनीशन ब्लू फिल्में हैं, लेकिन मैं कहूंगा कि अगर आपके पास एप्पल या सैमसंग फोन है तो ही इन्हें खरीदें, नहीं तो दूसरी लो क्वालिटी क्लिप भी ले सकते हैं। हमारे पास अपडेटिड और नया कलैक्शन रहता है क्योंकि हम यहां बैठे बैठे इंटरनेट से नए वीडियो डाउनलोड करते रहते हैं। यह ऎसे वीडियो हैं जिन्हें अगर आप घर या ऑफिस में डाउनलोड करें तो लंबा बिल बैठ जाए।”
कॉलेज स्टूडेंट और पढ़े लिखे हैं कस्टमर
पॉर्न विक्रेता ने बताया, “आज कल पॉर्न की डिमांड ज्यादा है और आप इस डिमांड को कैसे रोक सकते हैं? हमारे पास ज्यादातर पढ़े लिखे लोग ही आते हैं। इनमें कॉलेज स्टूडेंट्स की गिनती सबसे ज्यादा होती है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पॉर्न सीधे मोबाइल में मिल जाता है जिसे पास रखना और किसी भी समय देखना आसान होता है। सीडी में रखने से सिरदर्दी रहती है।”
यहां हर थड़ी वाले की टेबल की यही कहानी है। हर दिन यहां सैकड़ों कस्टमर आते हैं जिनकी डिमांड भारतीय पॉर्न से लेकर विदेशी पॉर्न तक होती है। वहीं यहां विक्रेता वाई-फाई कनेक्शन पाने के लिए सब-ग्रुप्स बनाते हैं।
म्यूजिक स्टोर पर भी एडवाइस
जब इन बाजारों में बने म्यूजिक स्टोर्स पर पॉर्न की मांग की गई तो यहां के दुकानदारों ने भी सलाह दे डाली। दुकानदार ने कहा, “आज कल सीडी कौन देखता है? आप उसे खुलेआम घर भी नहीं ले जा सकेंगे। हर कोई मोबाइल पर ही पॉर्न चाहता है। आप मोबाइल या पेन ड्राइव में ही इसे ले लें, यह सस्ता भी पड़ेगा।”
करोड़ों का पॉर्न बाजार
बेशक अमेरिका में एडल्ट एंटरटेंमेंट इंडस्ट्री करीब 12 बिलियन डॉलर यानी कि लगभग 65000 करोड़ रूपए की है, लेकिन भारत में भी तेजी से पांव पसारती यह इंडस्ट्री करोड़ों कमा रही है। भारत में यह इंडस्ट्री लगभग 1 बिलियन डॉलर यानी कि 5419 करोड़ रूपए की है। जबकि भारत में पॉर्न के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन पर रोक है।
सनी लियॉन के पीछे भारत आया पॉर्न !
कुछ समय पहले तक भारत में पॉर्न केवल चार अक्ष्र का वह शब्द था जिसके बारे में लोग खुलेआम बात नहीं करते थे, लेकिन टीवी रियलिटी शो “बिग बॉस” के पांचवे सीजन में केनेडियन पॉर्न स्टार सनी लियॉन की उपस्थिति ने पॉर्न को ड्रॉइंग रूम तक ला दिया। यही नहीं सनी अपने इस प्रोफेशन पर नाज भी करती हुई नजर आई।
सनी ने कहा, “बिग बॉस में मेरा होना लोगों को सशक्त बना रहा है कि वे अपनी सैक्शुएलिटी के बारे में बात कर सकें।” यही नहीं भट्ट परिवार ने बेशक सनी को बॉलीवुड में एंट्री यह सोच कर दी हो कि वह पॉर्न इंडस्ट्री को गुड बाय कह देंगी, लेकिन सनी का ऎसा कोई प्लान नहीं है। सनी का कहना है, “मैं इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हूं कि मैं पॉर्न इंडस्ट्री छोड़ दूंगी।”