प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद भवन में ‘भारत का संविधान किताब’ के डिजिटल संस्करण का विमोचन किया. इस कार्यक्रम के बीच नोटबंदी पर विपक्ष के हमले झेलने के बाद सदन के बाहर अपने विरोधियों पर निशाना साधा. उन्होंने इस मंच से विपक्ष को लाजवाब करते हुए कहा कि विरोध इस बात का है कि उन्हें तैयारी का मौका नहीं मिला. पीएम मोदी ने पंजाब दौरे पर रवाना होने से पहले बाहर से दिए सदन में उठाए गए सवालों के जवाब.
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया बदल रही है और वक्त आ गया है कि हम कैशलेस ट्रांजैक्शन की ओर बढ़ें. पीएम ने कहा कि सरकार काले धन को खत्म कर पारदर्शी व्यवस्था की ओर बढ़ने के लिए कदम उठा रही है.
पीएम ने कहा कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है. संविधान दिवस 2015 से मनाया जाना शुरू हुआ. उन्होंने ये भी कहा कि छात्रों के बीच एक दिन संविधान की पढ़ाई होनी चाहिए. पीएम ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि देशवासियों के लिए उन्होंने महान काम किया. उन्होंने संविधान को आत्मा से जोड़ना जरूरी बताया.मोदी ने कहा कि कर्तव्य भाव के कारण देश आजाद हुआ. उन्होंने ये भी कहा कि 26 नवंबर के बिना 26 जनवरी अधूरी है.