अपने बयानों से विवादों में रहने वाले बेनी प्रसाद वर्मा ने एक बार फिर मुलायम सिंह यादव के खिलाफ जहर उगला है। बेनी के बयान पर समाजवादी पार्टी ने हालांकि अभी तक कोई पलटवार तो नहीं किया है लेकिन पूरे मामले पर कांग्रेस की बोलती जरूर बंद हो गई है।
बेनी बाबू कब और क्या बोल जाएं कोई नहीं जानता लेकिन राजनीति में लंबा अनुभव रखने वाले बेनी बार बार अपने बयानों…
अपने बयानों से विवादों में रहने वाले बेनी प्रसाद वर्मा ने एक बार फिर मुलायम सिंह यादव के खिलाफ जहर उगला है। बेनी के बयान पर समाजवादी पार्टी ने हालांकि अभी तक कोई पलटवार तो नहीं किया है लेकिन पूरे मामले पर कांग्रेस की बोलती जरूर बंद हो गई है।
बेनी बाबू कब और क्या बोल जाएं कोई नहीं जानता लेकिन राजनीति में लंबा अनुभव रखने वाले बेनी बार बार अपने बयानों से कांग्रेस के लिए मुश्किलें लेकर क्यों आते हैं। इसको अभी तक कोई समझ नहीं सका है। अब मुश्किल ये है कि आदत से मजबूर बेनी प्रसाद वर्मा तो बोल गए लेकिन मुश्किल कांग्रेस नेताओं को सफाई देने में आ रही है।
लेकिन सबसे ज्यादा हैरत तब हुई जब मिशन 2014 में जुटी समाजवादी पार्टी की ओर से आजम खान ने बेनी के बयान पर पूछे गए सवाल का जवाब तक देना मुनासिब नहीं समझा।
हालांकि बाद में दूसरे मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में आजम ने जरूर बयानों का जहर पीने की वजह मजबूरी बता डाली। बेलगाम बेनी के बयान और आजम की मजबूरी कही ना कही यह साफ कर रही है कि मिशन 2014 के तहत दोनों ही दल फूंक फूंक कर कदम उठा रहे हैं लेकिन इतना तय है कि मिशन 2014 को नजदीक देख शायद ही कांग्रेस बेनी प्रसाद वर्मा पर कोई कड़ी कार्रवाई करेगी।