तीन अमेरिकी सांसदों ने मुलाकात के दौरान मोदी को अमेरिका आने का न्योता दिया है। हालांकि अमेरिका के अखबार हाई इंडिया द्वारा भारत दौरे के लिए अमेरिकी दल से प्रति व्यक्ति 3 हजार से लेकर 16 हजार डॉलर (1.5 लाख से 8.68 लाख रुपये तक) वसूलने की खबर से यहां पर विवाद उत्पन्न हो गया है।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा है जबकि भाजपा ने इस मसले पर गुजरात सरकार के शामिल होने से इंकार किया है। इस यात्रा का प्रायोजक शिकागो स्थित नेशनल इंडियन अमेरिकी पब्लिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (एनआईएपीपीआई) है।
इस यात्रा पैकेज में बंगलूरू, तिरुपति, जयपुर, रणथंभौर टाइगर रिजर्व और अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का दौरा, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ डिनर और बॉलीवुड कलाकारों का रंगारंग कार्यक्रम भी शामिल है।
अमेरिकी अखबार की खबर पर कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि वीजा हासिल करने और विकास के लिए मोदी के लिए प्रमाणपत्र हासिल करने को इस तरह के हथकंडे अपनाना शर्मनाक है।
वहीं भाजपा नेता विजय जौली ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अमेरिकी सांसदों ने खुद अपना पैसा खर्च किया है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है। आरोपों के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी कांग्रेस सदस्य एरोन स्कॉक ने इसे बकवास करार दिया।
उन्होंने कहा कि हमारे दौरे को हमारी सरकार के अधिकारियों खासकर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव द्वारा मंजूरी दी गई है। इन आरोपों के चलते हम तीन सांसदों में से कोई भी यहां से नहीं जा रहा है। लगता है कि हमारी यहां मौजूदगी से कुछ लोग सहमत नहीं है।
एनआईएपीपीआई के संस्थापक और एनआरआई कारोबारी शलभ कुमार ने कहा कि अमेरिकी सांसदों के विदेशी दौरों को मंजूरी देने वाली हाउस एथिक्स कमेटी काफी मजबूत है। एनआईएपीपीआई जैसी संस्थाएं दौरों के लिए पैसे मुहैया कराती हैं।
जो कारोबारी बाहर जाकर अपना व्यापार बढ़ाना चाहते हैं, वे अपनी यात्रा का खर्च उठाते हैं। जहां तक अमेरिकी सांसदों का सवाल है, तो जो विदेश यात्रा पर जाना चाहते हैं पहले उनका चयन होता है फिर कांग्रेस की स्वीकृति के बाद संस्था उनका खर्च उठाती है।
मोदी ने की पूर्व स्पीकर से बात
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के पूर्व स्पीकर न्यूटन लेरोय गिंगरीच से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की है। यह बातचीत शुक्रवार शाम को हुई।
इस दौरान मोदी से मुलाकात करने वाले वाणिज्यिक प्रतिनिधिमंडल में शामिल अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य एरोन स्कॉक और दो अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
गिंगरीच ने कहा कि मोदी की दूरदर्शिता एवं प्रगतिशील नेतृत्व की वजह से तेजी से राज्य का सामाजिक एवं आर्थिक विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि वह मोदी से शीघ्र ही अमेरिका में मिलने को इच्छुक हैं।
गिंगरीच की बातों से प्रभावित हुए मोदी ने कहा कि गिंगरीच गुजरात के सच्चे दोस्त एवं पथ प्रदर्शक हैं। उन्होंने गिंगरीच को 2015 में गुजरात में होने वाले निवेशकों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है।