धमाके के चार दिन बाद बोधगया पहुंचे गृहंमंत्री शिंदे के पास कहने के लिए नया कुछ नहीं था। गृहमंत्री ने बस इतना बताया कि एनआईए मामले की तेजी से जांच कर रहा है।
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बोधगया पहुंचे शिंदे ने किसी भी संगठन का नाम लेने से परहेज किया। बोधगया में हुए धमाकों को चार दिन बीत चुके हैं लेकिन जांच एजंसियों को अभी तक कोई प…
धमाके के चार दिन बाद बोधगया पहुंचे गृहंमंत्री शिंदे के पास कहने के लिए नया कुछ नहीं था। गृहमंत्री ने बस इतना बताया कि एनआईए मामले की तेजी से जांच कर रहा है।
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बोधगया पहुंचे शिंदे ने किसी भी संगठन का नाम लेने से परहेज किया। बोधगया में हुए धमाकों को चार दिन बीत चुके हैं लेकिन जांच एजंसियों को अभी तक कोई पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा है। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अंबिका सोनी भी बोधगया पहुंची थी। नेताओं ने महाबोधि मंदिर के साथ ही उन जगहों का भी दौरा किया जहां सीरियल धमाके हुए थे।
हम आपको बता दें कि रविवार को महाबोधि मंदिर में एक के बाद एक दस धमाके हुए थे जबकि सुरक्षा बलों ने तीन जिंदा बम बरामद किए थे। एक तो गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे चार दिन बाद बोधगया पहुंचे ऊपर से जांच के बार में उन्होंने जो बताया उससे साफ है कि जांच एजेंसियों को हाथ अभी भी खाली हैं। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बोधगया में धमाके को शर्मनाक बताते हुए कहा कि NIA जांच कर रही है। साथ ही उन्होंने जांच में देरी के आरोपों पर भी सफाई दी।
वहीं बोधगया में हुए ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए ने कुछ आतंकियों की लिस्ट जारी की है। एनआईए को शक है कि इनमें से कुछ आतंकी बिहार के दरभंगा में छुपे हुए हैं और वहां से नेपाल भागने के फिराक में हैं। इस सूचना के बाद पूरे दरभंगा जिले में इन आतंकियों का पोस्टर चिपकाए गए हैं। एनआईए ने सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये इनाम देने की भी घोषणा की है। दरभंगा के अलावा यह पोस्टर समस्तीपुर और मधुबनी में भी सभी थानों को भेजी गई है।