नई दिल्ली। इंदौर से लगातार आठवीं बार जीतकर संसद पहुंची भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन को शुक्रवार को सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। मीरा कुमार के बाद वह स्पीकर के पद पर पहुंचने वाली दूसरी महिला हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुमित्रा महाजन के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका सभी दलों ने समर्थन किया और वह सर्वसम्मति से लोकसभा की स्पीकर चुनी गई। प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने महाजन को कार्यभार सौंपा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने महाजन को बधाई देते पूरे सदन का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने महाजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपके नाम में ही ‘मित्रता’ है। उन्होंने संस्कृत के एक श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा कि महाजन जिस राह पर चलते हैं, उस राह पर चलना चाहिए, जबकि यहां तो सदन में महाजन स्वयं विराजित हैं। अत: आशा है कि सदन सही राह पर चलेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर नगर निगम में सामान्य सदस्य के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत करने वाली महाजन लोकसभा के लिए आठ बार चुनी गई हैं। उन्हें संसद में काम करने का लंबा अनुभव है, जो सदन के सुचारु संचालन के लिए काफी उपकारक सिद्ध होने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सदन पुरानी महान परंपराओं के आगे बढ़ाते हुए भारत दुनिया के सामने सशक्त लोकतंत्र के रूप में सामने आएगा। पूरी दुनिया भारतीय लोकतंत्र की ओर देख रही है। मोदी ने कहा कि लोकतंत्र का यह मंदिर नई ऊर्जा और उमंग के साथ लोगों की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में सक्षम होगा। मोदी के बाद सदन में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, एआइडीएमके के नेता, तृणमूल कांग्रेस के नेता सहित कई दलों के सदस्यों ने महाजन को बधाई दी।
अब 7 और आठ जून को अवकाश है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 9 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। सत्र 11 जून को संपन्न होगा।
इससे पहले, सुबह साढ़े नौ बजे सेंट्रल हॉल में भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई जिसमें नेता विपक्ष का पद कांग्रेस को देने, डिप्टी स्पीकर पद जयललिता की पार्टी एआइडीएमके को और पीएससी अध्यक्ष पद तृणमूल कांग्रेस को देने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही राज्यसभा में सदन के नेता के रूप में वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर भी चर्चा हुई। लेकिन कोई निर्णय का एलान नहीं किया गया। इसके साथ ही मोदी ने चुने हुए सांसदों को नसीहतें दीं। उन्होंने सांसद को पैर छूने की संस्कृति से बाहर निकलें, सवाल पूछने से पहले पूरा होमवर्क करने और अपने संसदीय क्षेत्र से हमेशा जुड़े रहने की नसीहत दी।