कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद उनकी पार्टी को ही मिलना चाहिए. उनकी पार्टी ही इस पद की हकदार है.
उन्होंने कहा कि हम अकेली सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी हैं और हमारा चुनाव पूर्व गठबंधन था. इसलिए हमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद मिलना चाहिए. हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि नेता विपक्ष के मुद्दे पर कोर्ट जाने का फिलहाल विचार नहीं किया गया है.
इससे पहले सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस द्वारा नेता विपक्ष का मामला उठाए जाने पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. बैठक खत्म होने के बाद संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कमलनाथ का नेता विपक्ष का मुद्दा उठाना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. स्पीकर नेता विपक्ष पर फैसला करेंगी. इस बैठक में विभिन्न छोटे-बड़े दलों के करीब 45 नेता मौजूद थे. राष्ट्रीय महत्व के अनुसार सरकार हर मुद्दे पर संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं.
मोदी सरकार का कहना है कि कांग्रेस ने 44 सीटें जीती हैं जो कि लोकसभा की कुल 543 सीटों के 10 फीसदी से कम है और लोकसभा के विपक्ष के नेता का पद पाने के लिए ये न्यूनतम संख्या जरूरी है. बीजेपी ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता का फैसला लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को करना है.