इटली के विदेश मंत्री गिलियो टर्जी ने दिया इस्‍तीफा

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इटली के विदेश मंत्री गिलियो टर्जी ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। दरसअल, वह भारतीय मछुआरों के कत्‍ल के आरोपी दो मरीन्‍स को भारत वापस भेजने के खिलाफ थे।बताया जा रहा है कि इतावली विदेश मंत्री ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए इस्‍तीफा दिया है। दरअसल, टर्जी नहीं चाहते थे कि केरल के तट पर भारतीय मछुआरों को समुद्री डाकू समझकर गोली चलाने वाले मरीन्‍स… इटली के विदेश मंत्री गिलियो टर्जी ने दिया इस्‍तीफा

इटली के विदेश मंत्री गिलियो टर्जी ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। दरसअल, वह भारतीय मछुआरों के कत्‍ल के आरोपी दो मरीन्‍स को भारत वापस भेजने के खिलाफ थे।बताया जा रहा है कि इतावली विदेश मंत्री ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए इस्‍तीफा दिया है। दरअसल, टर्जी नहीं चाहते थे कि केरल के तट पर भारतीय मछुआरों को समुद्री डाकू समझकर गोली चलाने वाले मरीन्‍स को भारत भेजा जाए। ये दोनों मरीन्‍स इटली के चुनाव में वोट डालने के लिए भारतीय सुप्रीम कोर्ट से जमानत लेकर गए थे।लेकिन मरीन्‍स के इटली पहुंचने पर वहां की सरकार ने इन्‍हें भारत वापस भेजने से मना कर दिया था। गिलियो टैरेजी ने कहा था कि इन दोनों मरीन्‍स पर अंतरराष्‍ट्रीय कोर्ट में मुकदमा चलना चाहिए, क्‍योंकि यह मामला समुद्र की सीमा पर हुआ है।इधर भारतीय सुप्रीम कोर्ट को इटली का यह रवैया नागवार गुजरा। सुप्रीम कोर्ट ने इसके बाद इटली के राजदूत पर भारत छोड़ने से रोक लगा दी थी, कोर्ट ने कहा था कि राजदूत के हलफनामे के आधार पर ही मरीन्‍स को जमानत दी गई थी। इसलिए मरीन्‍स के वापस भारत न लौटने पर राजदूत झूठे साबित होंगे, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसलिए इटली को आखिरकार दोनों मरीन्‍स को भारत वापस भेजना पड़ा।हालांकि विदेश मंत्री नहीं चाहते थे कि दोनों मरीन्‍स को इटली से भारत भेजा जाए, लेकिन सरकार के दबाव में उन्‍हें झुकना पड़ा। सुनने में आ रहा है कि अपनी इसी नाराजगी को जाहिर करने के लिए अब गिलिया टर्जी ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है।