इराक: इफ्तार की दावत में आत्‍मघाती हमला

0

इराक में नस्‍ली हमले जारी है, इस बार वहां भीड़ भरे एक कैफे में एक आत्मघाती हमलावर के हमले और अन्य जगहों पर हुई हिंसा में 47 लोगों की मौत हो गई।इन दिनों रमजान का पाक महीना चल रहा है और पूरे मुस्लिम समुदाय में खुशी की लहर है, ऐसे में इस हमले ने इराक में मातम-सा माहौल पैदा कर दिया है। डॉ इब्राहिम शकूर ने बताया कि किरकुक शहर के दक्षिण में शुक्रवार को र… इराक: इफ्तार की दावत में आत्‍मघाती हमला

इराक में नस्‍ली हमले जारी है, इस बार वहां भीड़ भरे एक कैफे में एक आत्मघाती हमलावर के हमले और अन्य जगहों पर हुई हिंसा में 47 लोगों की मौत हो गई।इन दिनों रमजान का पाक महीना चल रहा है और पूरे मुस्लिम समुदाय में खुशी की लहर है, ऐसे में इस हमले ने इराक में मातम-सा माहौल पैदा कर दिया है। डॉ इब्राहिम शकूर ने बताया कि किरकुक शहर के दक्षिण में शुक्रवार को रात रमजान के पवित्र माह के दौरान लोग रोजा खोलने के लिए इफ्तार की दावत में एकत्र हुए थे। उसी दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने हमला किया जिसमें 38 लोग मारे गए और 29 घायल हो गए।    इस हमले में घायल हुए अहमद अल बयाती ने बताया लोग कैफे में थे। एक आदमी अंदर घुसा और जोर से अल्लाहो अकबर चिल्लाया। उसी समय भीषण विस्फोट हुआ और जले वह मृत लोग यहां वहां पड़े थे।उधर उत्तरी बगदाद में बंदूकधारियों ने मस्जिद जा रहे पुलिस ब्रिगेडियर जनरल साबरी को गोली मार दी। राजधानी के पूर्वोत्तर में मकदादिया में एक पूर्व पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मार दी गई। वहीं मोसुल शहर में एक आत्मघाती हमलावर ने पुलिस चौकी में विस्फोटक से लदी गाड़ी घुसा दी जिससे 4 पुलिसकर्मी मारे गए और 2 घायल हो गए। यहीं तीन अलग-अलग विस्फोटों में तीन लोग मारे गए।बता दें कि कुछ दिनों पहले आतंकियों ने कैफे को निशाना बनाया था। इस आत्‍मघाती हमले के बाद शहर के सभी कैफे खौफ के डर से बंद कर दिए गए।कैफे में फुटबाल फैंस पर बरसे बमफुटबॉल मैच का मचा ले रहे फैंस को अंदाजा नहीं होगा कि उनके ऊपर बमों की मार पड़ने वाली है। बगदाद में और इसके आस पास स्थित कॉफी हाउसों में फुटबॉल फैंस को निशाना बनाकर किए गए सीरियल बम ब्‍लास्‍ट्स में लगभग 22 लोगों की मौत हो गई है और दर्जन लोग घायल हो गए हैं। इराक के कुछ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमले गुरुवार की रात उस समय हुए जब कैफे फुटबॉल मैच के दर्शकों से भरे हुए थे। पुलिस ने कहा कि पांच लोग बगदाद के सुन्नी बहुल अजामियाह में मारे गए और अन्य तीन लोग शिया बहुल उम्म अल मालिफ में मारे गए।