न्यूयॉर्क। दुनिया की प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम ने पोप फ्रांसिस को वर्ष 2013 का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ नामित किया है। पोप ने कैथोलिक चर्च की समझ में मात्र नौ माह में जिस असाधारण ढंग से बदलाव लाया है उसके लिए यह सम्मान है। 76 वर्षीय पोप ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद, अमेज़न के संस्थापक जेफ बेज़ोस और अभिनेत्री मिले साइरस को पीछे छोड़ कर यह खिताब हासिल किया है।
टाइम ने ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के लिए नवंबर में जिन 42 लोगों की सूची बनाई थी, उनमें भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। दो दिन पहले जारी अंतिम दस दावेदारों की सूची में उन्हें जगह नहीं मिल पाई। टाइम ने पोप फ्रांसिस को आम लोगों का पोप बताया है।एं
पत्रिका ने कहा है कि 1200 साल के इतिहास में फ्रांसिस पहले गैर यूरोपीय पोप हैं। इस पत्रिका की प्रबंध संपादक नैंसी गिब्स ने कहा कि शायद ही कोई और ऐसा व्यक्ति हो जिसने इतनी जल्दी विश्व मंच पर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है।
नैंसी गिब्स ने कहा कि पोप फ्रांसिस ने खुद को ग़रीबी, अमीरी, भूमंडलीकरण और अन्य अहम मुद्दों पर होने वाली बहसों को केंद्र में रखा। पोप बनने से पहले वो ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप रह चुके हैं। टाइम पत्रिका 1927 से हर साल ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ का चुनाव करती है। अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी सीआइए के पूर्व कर्मचारी व अमरीका के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम को उजागर कर सुर्खियों में आए एडवर्ड स्नोडेन दूसरे स्थान पर रहे।