खुद को ब्रिटेन के शाही परिवार का सदस्य बताकर एक स्थानीय अस्पताल की भारतीय मूल की एक नर्स को दो पत्रकारों से फर्जी फोन काल कराने के मामले में शामिल एक आस्ट्रेलियाई रेडियो स्टेशन कथित रूप से इस संबंध में जारी जांच को रूकवाने की कोशिश कर रहा है।आस्ट्रेलियाई कम्युनिकेशंस एंड मीडिया अथॉरिटी (एसीएमए) ने कहा कि सिडनी रेडियो स्टेशन 2डे एमएफ ने इस मामले में…
खुद को ब्रिटेन के शाही परिवार का सदस्य बताकर एक स्थानीय अस्पताल की भारतीय मूल की एक नर्स को दो पत्रकारों से फर्जी फोन काल कराने के मामले में शामिल एक आस्ट्रेलियाई रेडियो स्टेशन कथित रूप से इस संबंध में जारी जांच को रूकवाने की कोशिश कर रहा है।आस्ट्रेलियाई कम्युनिकेशंस एंड मीडिया अथॉरिटी (एसीएमए) ने कहा कि सिडनी रेडियो स्टेशन 2डे एमएफ ने इस मामले में एसीएमए की जांच रूकवाने के लिए फेडरल कोर्ट में याचिका दायर की है।रेडियो स्टेशन के दो पत्रकारों ने भारतीय मूल की एक नर्स को एक कॉल करके उससे कहा कि वह ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्य हैं और केट मिडलटन के इलाज के बारे में जानकारी चाहते हैं,जिसके बाद नर्स ने लंदन के किंग एड्वर्ड सात अस्पताल के उस वार्ड में इस कॉल को हस्तांतरित कर दिया था जहां डचेज़ ऑफ कैम्बि्रज़ का इलाज चल रहा रहा था। इस विषय पर विवाद खड़ा हो जाने के बाद इस नर्स ने आत्महत्या कर ली थी।कॉल के दौरान महारानी और प्रिंस चार्ल्स के रूप में बात करने वाले डीजे माइकल क्रिस्चियन और मेल ग्रेग को घटना के बाद भूमिगत होने के लिए मज़बूर होना पड़ा था लेकिन क्रिस्चियन को टॉप जॉकी का राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाने के रेडियो स्टेशन के निर्णय के बाद इस माह की शुरुआत में इस संबंध में जांच शुरू की गई थी। रेडियो ने न्यू साउथ वेल्स फेडरल कोर्ट में याचिका दायर करके दलील दी है कि एसीएमए के पास मौजूदा जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अधिकार नहीं है। एफएम ने साथ ही कहा, एसीएमए को यह जांच करने का अधिकार नहीं है कि टेलीफोन कॉल की रिकार्डिंग राज्य या संघीय कानूनों का उल्लंघन है या नहीं।