संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने म्यामां को चेतावनी दी है कि यदि वह एक विश्वसनीय देश के रूप में देखा जाना चाहता है तो उसे देश के पश्चिमी हिस्से में रह रहे अल्पसंख्यक मुसलमानों पर बौद्धों के हमले रोकना होगा।विश्व संस्था के महासचिव बान की मून ने गुरुवार कहा, ”म्यामां के अधिकारियों के लिये यह जरूरी है कि वह मुस्लिम-रोहिंग्या की नागरिकता की मांग स…
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने म्यामां को चेतावनी दी है कि यदि वह एक विश्वसनीय देश के रूप में देखा जाना चाहता है तो उसे देश के पश्चिमी हिस्से में रह रहे अल्पसंख्यक मुसलमानों पर बौद्धों के हमले रोकना होगा।विश्व संस्था के महासचिव बान की मून ने गुरुवार कहा, ”म्यामां के अधिकारियों के लिये यह जरूरी है कि वह मुस्लिम-रोहिंग्या की नागरिकता की मांग सहित अल्पसंख्यक समुदायों की वैधानिक शिकायतों को दूर करने के लिये आवश्यक कदम उठायें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसा करने में असफल रहने पर सुधार प्रक्रिया कमजोर होगी और नकारात्मक क्षेत्रीय दुष्परिणाम मिलेंगे। बता दें कि कि बीते वर्ष बौद्ध देश म्यामां में अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ गुटीय हिंसा में बड़ी संख्या में लोग मारे गये थे और करीब एक लाख 40 हजार लोग बेघर हो गये थे । कुछ लोगों का मानना है कि यह म्यामां के राजनीतिक सुधारों के लिये खतरा है, क्योंकि इससे सुरक्षा बल फिर से नियंत्रण स्थापित करने के लिये प्रेरित हो सकते हैं।