मिस्त्र: मुर्सी को छोड़नी पड़ी कुर्सी

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मिस्र की सेना के प्रमुख ने देश का संविधान निलंबित कर राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को पद से हटा दिया है। जनरल अल सीसी ने घोषणा की है कि देश के राष्ट्रपति की शक्तियां अब मुख्य न्यायाधीश के पास होंगी। राष्ट्रीय टेलीविज़न पर जारी अपने संदेश में जनरल अब्देल फतह अल सीसी ने कहा कि नए राष्ट्रपति के चुनाव होने तक अंतरिम सरकार का काम मुख्य न्यायाधीश संभालेंगें।… मिस्त्र: मुर्सी को छोड़नी पड़ी कुर्सीमिस्र की सेना के प्रमुख ने देश का संविधान निलंबित कर राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को पद से हटा दिया है। जनरल अल सीसी ने घोषणा की है कि देश के राष्ट्रपति की शक्तियां अब मुख्य न्यायाधीश के पास होंगी। राष्ट्रीय टेलीविज़न पर जारी अपने संदेश में जनरल अब्देल फतह अल सीसी ने कहा कि नए राष्ट्रपति के चुनाव होने तक अंतरिम सरकार का काम मुख्य न्यायाधीश संभालेंगें।मिस्र की शक्तिशाली सेना ने देश में लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित हुए पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी को बुधवार रात कुर्सी से बेदखल कर दिया। सेना ने लोगों की मांग मानने के लिए ली गई 48 घंटे की मियाद खत्म होने के बाद यह कदम उठाया।राष्ट्रपति मोरसी की जगह संवैधानिक कोर्ट के चीफ जस्टिस को पदस्थापित किया गया है। मिस्र में  संविधान को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।आर्मी की इस कार्रवाई से तहरीर चौक पर लोग जश्न मना रहे हैं। आर्मी ने मोरसी को घर में ही नजरबंद कर लिया है। इसके साथ ही सैन्य सूत्रों के हवाले से आ रही खबर की अगर माने तो मोरसी और मुस्लिम ब्रदरहुड की सभी सीनियर लीडरशिप के देश छोड़कर जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।उधर सत्तारूढ़ मुस्लिम ब्रदरहुड ने सेना के क़दम को तख्तापलट की संज्ञा दी है। मुर्सी समर्थकों और पार्टी सहयोगियों ने जनता के विरोध के सामने झुकने से इनकार कर दिया है। इस बीच सेना ने टैंक और बख़्तरबंद गाड़ियां उन इलाकों में लगाई हैं जहां राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के समर्थक इकट्ठे हैं। उधर, दसियों हज़ार मुर्सी विरोधी तहरीर चौक पर जश्न मना रहे हैं।