मिस्र के बिगड़े हालात पर ओबामा ने की बैठक

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अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र के घटनाक्रम पर शुक्रवार को अपने शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ एक सिचुएशन रूम बैठक की। गुरुवार को अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा एडवाइजरी जारी कर अमेरिकियों को मिस्र न जाने की सलाह दी गई थी।ओबामा ने मिस्र के हालात देखते हुए कहा था कि उन्‍हें लोकतंत्र की हत्‍या बिलकुल भी मंजूर नहीं है। अधिकारियों ने… मिस्र के बिगड़े हालात पर ओबामा ने की बैठक

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र के घटनाक्रम पर शुक्रवार को अपने शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ एक सिचुएशन रूम बैठक की। गुरुवार को अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा एडवाइजरी जारी कर अमेरिकियों को मिस्र न जाने की सलाह दी गई थी।ओबामा ने मिस्र के हालात देखते हुए कहा था कि उन्‍हें लोकतंत्र की हत्‍या बिलकुल भी मंजूर नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम मिस्र में अधिकारियों और क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ संपर्क बनाए हुए है और उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित असैन्य सरकार की यथाशीघ्र तथा जिम्मेदार तरीके से वापसी के महत्व के बारे में बता दिया गया है।ओबामा प्रशासन के अधिकारियों ने अपने फोन कॉल्स में ऐसी पारदर्शी राजनीतिक प्रक्रिया पर जोर दिया जिसमें सभी दलों और समूहों को शामिल किया जाए, अपदस्थ राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी और उनके समर्थकों की मनमाने तरीके से गिरफ्तारी न की जाए तथा हिंसा टालने की जिम्मेदारी सभी समूहों एवं दलों की हो।पिछले दो दिन में विदेश मंत्री जॉन केरी ने मिस्र के विदेश मंत्री मोहम्मद कामे अम्र, मिस्र की कॉन्स्टीट्यूशन पार्टी के अध्यक्ष मोहम्मद अलबरदेई, नार्वे के विदेश मंत्री काई एडे, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, कतर के विदेश मंत्री मोहम्मद अल अतीया, तुर्की के विदेश मंत्री अहमद दावुतोग्लू और अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से टेलीफोन पर बात की है।रक्षा मंत्री चक हेगल ने मिस्र के रक्षा मंत्री अब्दुल फतह अल सीसी तथा इस्राइल के रक्षा मंत्री मोशे यालोन से बात की वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजैन राइस ने अपने इस्राइली समकक्ष याकोव एमिड्रो के साथ फोन पर विचारविमर्श किया।अमेरिका चाहता है कि मिस्र में मुर्सी को फिर राष्‍ट्रपति की कुर्सी पर बिठाया जाए, क्‍योंकि उन्‍हें देश की जनता ने चुना है। सूत्रों की मानें तो ओबामा ने बैठक में यह विचार किया होगा कि उन्‍हें मिस्र के मुद्दे पर आगे क्‍या कदम उठाने चाहिए।