पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा इस बार पाक ने साफ किया है कि वह सिंधु जल समझौते में भारत द्वारा किए गए किसी भी तरह के बदलाव को स्वीकार नहीं करेगा।
एेसे होना चाहिए मतभेदों का समाधान
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप द्वारा सिंधु जल संधि को लेकर विश्व बैंक के फैसले पर संतोष जताने के दो दिन बाद पाक का एेसा बयान सामने आया है।बता दें कि स्वरूप ने कहा था कि पाकिस्तान की आपत्तियों का द्विपक्षीय ढंग से समाधान किया जा सकता है और भारत हमेशा से चाहता है कि सिंधु जल संधि के क्रियान्वयन खासकर तकनीकी सवालों एवं मतभेदों का समाधान भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय ढंग से होना चाहिए।
पाक मीडिया की खबर के मुताबिक
पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ में छपी खबर के मुताबिक पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष सहयोगी तारिक फातमी ने कहा,“पाकिस्तान सिंधु जल समझौते के मौजूदा प्रावधानों में किसी तरह के बदलाव या रूपांतरण को स्वीकार नहीं करेगा। हमारा सिद्धांत समझौते में निहित उपबंधों को मानने के लिए प्रतिबद्ध है।पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत दो विवादित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अनुचित दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान 330 मेगावाट के किशनगंगा प्रोजेक्ट और 850 मेगावाट के रातले परियोजना पर यह कहकर आपत्ति जताता रहा है कि यह सिंधु जल समझौते का उल्लंघन है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इशारों ही इशारों में सिंधु जल समझौते की समीक्षा की बात कहे जाने पर यह तनाव उस समय ज्यादा गहरा हो गया था।