नई दिल्ली। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जल प्रबंधन व संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयोगों को केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने यहां मुक्तकंठ से सराहा और कहा कि गुजरात के बाद मप्र में ही पानी का बेहतर उपयोग हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के दौरान आश्वासन दिया कि राज्य की योजनाओं और मांगों के संबंध में सकारात्मक निर्णय लिए जाएँगे।
इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने नदी जोड़ परियोजना के लिए 26 हजार करोड़ रूपए की मांग रखी,उनका कहना था कि इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी जा चुकी है।इसके अलावा बरगी बांध परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की पुरानी मांग को भी उन्होंने फिर दोहराया।
इस मुलाकात के बाद चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी को चार नदियों से जोड़ने के लिए अलग-अलग चरणों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भेजी जा चुकी है,लेकिन हम चाहते हैं कि हर रिपोर्ट के लिए केंद्र अलग से राशि जारी करे।इसके अलावा स्वीकृत सिंचाई योजनाओं के लिए राशि जारी करने,झील संरक्षण योजना के तहत प्रस्तावों को मंजूरी देने का आग्रह भी केंद्रीय मंत्री से किया गया है।
गड़करी से चर्चा
शिवराज ने शुक्रवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से भी मुलाकात की,उन्होंने कहा कि मनरेगा की केंद्रीय राशि समय पर नहीं मिलने से मजदूरों को मजदूरी देने में दिक्कत आ रही हैं।मप्र को तत्काल पंद्रह सौ करोड़ रूपयों की दरकार है, ताकि समय पर कार्य पूरे कराए जा सकें।इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 28 सौ करोड़,इंदिरा आवास योजना के बकाया 6सौ करोड़ भी तत्काल जारी किए जाएँ।
एक-दूसरे की तारीफों के पुल बांधे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री उमा भारती यहां जब एक साथ मीडिया के सामने आए तो दोनों ने एक दूसरे की तारीफ करने मेंं कोई कसर नहीं छोड़ी।मंत्रालय में शिवराज को बाहर तक छोड़ने आईं उमा भारती ने कहा ‘शिवराज मेरे बड़े भाई हैं,लेकिन आज वे मुख्यमंत्री की हैसियत से आए हैं।उनमें योजनाओं को प्रस्तुत करने और मप्र के हित में केंद्र से अधिकतम लाभ लेने में महारत हासिल है। जल प्रबंधन के क्षेत्र में मप्र में बेहतर कामं हुआ है।” प्रत्युत्तर में शिवराज ने कहा कि ‘दीदी से आज बहुत आत्मीयता से चर्चा हुई,उन्होंने मप्र की योजनाओं की मंजूरी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।”