इंदौर. छत्रीपुरा इलाके की गरीब बस्ती। खेल के लिए जगह नहीं थी। नशा और अपराध लोगों की जिंदगी में जहर घोल रहा था। ऐसे में तीन युवाओं ने फुटबॉल से दोस्ती की। टीम बनाई और मोहल्ले के साथियों को नशा छोड़कर मैच खेलने बुलाया। कई बार हारे, गिरे ….पर बगैर कोच के ही प्रैक्टिस जारी रही। पांच साल बाद आज एक मजबूत टीम खड़ी हो गई है।
सब्जी बेचकर जीवनयापन करने वाले लोधा समाज के इन युवाओं की टीम को नाम दिया गया है लोधी इलेवन। शहर के बाहर होने वाले इंटर क्लब टूर्नामेंट में भी ये खिलाड़ी अपना लोहा मनवा चुके हैं। हालांकि संसाधन अभी भी सीमित हैं और इरादे बुलंद।
लोधा समाज के इन 11 होनहार युवाओं ने पूरी बस्ती की न सिर्फ सोच बदली है बल्कि अपराधों और नशे की लत में डूबे अन्य युवाओं को उससे बाहर निकाला और फुटबॉल की ओर लेकर आए। इनकी लगन को देख शहर के कुछ खेलप्रेमी, व्यापारी और समाजसेवी अब इनका हौसला बढ़ा रहे हैं। मदद भी कर रहे हैं।
खिलाड़ियों का कहना है कि व्यापारी ईश्वर पटेल, वैभव शुक्ला, सुरेंद्र सिंह पंवार, अमित जोशी जैसे लोगों ने उन्हें लगातार आगे बढ़ाने के लिए संसाधन जुटाकर दिए हैं..। लोधी इलेवन के विश्वजीत वर्मा कहते हैं हमें मौका मिलेगा तो फ्रांस, ब्राजील, स्पेन जैसी टीम खड़ी कर सकते हैं। गाइडेंस और संसाधन बढ़ जाए तो देश की टीम में शामिल हो सकते हैं।
नामी टीमों के खिलाफ जीत दर्ज की
– लोधी इलेवन ने रणजीत इलेवन, शिवाजी इलेवन और महू इलेवन जैसी टीमों पर जीत हासिल की है।
– 2013-2014 में बागली में इंटर क्लब फुटबॉल टूर्नामेंट जीता।
ये खिलाड़ी समाज का नाम रोशन कर रहे हैं। समाज यथासंभव मदद कर रहा है। हम शासन से आग्रह करेंगे इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए आगे आए।
-सतपाल वर्मा, अध्यक्ष लोधा समाज इंदौर
ऐसी है दिनचर्या और खेल के प्रति समर्पण
ये युवा रोज सुबह 4 बजे उठते हैं। परिवार के साथ मंडी से फल- सब्जी लाते हैं। घर चलाने के लिए दिनभर उसे बेचते हैं। शाम को दो घंटे का वक्त फुटबॉल के लिए निकालते हैं। लालबाग परिसर के खाली ग्राउंड में इकट्ठे होते हैं। बीते पांच सालों में शहर के क्लबों की टीमों के साथ मैच खेलकर अपना नाम स्थापित कर चुके हैं।
ये युवा रोज सुबह 4 बजे उठते हैं। परिवार के साथ मंडी से फल- सब्जी लाते हैं। घर चलाने के लिए दिनभर उसे बेचते हैं। शाम को दो घंटे का वक्त फुटबॉल के लिए निकालते हैं। लालबाग परिसर के खाली ग्राउंड में इकट्ठे होते हैं। बीते पांच सालों में शहर के क्लबों की टीमों के साथ मैच खेलकर अपना नाम स्थापित कर चुके हैं।
ये है टीम के खिलाड़ी
इंदौरी सिंह (19), निखिल वर्मा (18), रजत जमदार(22), मनीष जमदार (17), सोम बेंकाट (21), सिद्धार्थ वर्मा(19), विश्वजीत वर्मा (19), सूरज वर्मा (21), साहिल चौधरी (18), सत्यम वर्मा (20), गौतम चौधरी (17)
इंदौरी सिंह (19), निखिल वर्मा (18), रजत जमदार(22), मनीष जमदार (17), सोम बेंकाट (21), सिद्धार्थ वर्मा(19), विश्वजीत वर्मा (19), सूरज वर्मा (21), साहिल चौधरी (18), सत्यम वर्मा (20), गौतम चौधरी (17)