इमालवा-इंदौर। मध्यप्रदेश ने साबित कर दिया है कि यदि सही नेतृत्व हाे, नीति स्पष्ट हो, नीयत साफ हो और इरादे नेक होने के साथ दिशा निर्धारित हो तो बीमारू राज्य भी प्रगतिशील बन सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। यहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित समारोह में करीब 40 मिनट के संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि जिस राज्य को पूर्व की केंद्र सरकार ने बीमारू बना दिया था उसने अपनी इच्छाशक्ित से तेजी से विकसित राज्य की श्रेणी में खुद को खड़ा कर लिया।
अब दस प्रतिशत ग्रोथ रेट
उन्होंने कहा कि जिस राज्य की ग्रोथ रेट दो प्रतिशत से भी कम थी वह अब दस प्रतिशत ग्रोथ रेट के साथ शान से सिर उठाकर खड़ा है।इस बात को हमें दुनिया को भी बताना होगा और केंद्र सरकार को भी मध्यप्रदेश की तरक्की को प्रचारित होगा।लोगों को बताना चाहिये कि प्रतिकूल माहौल में इस तरह का बदलाव कैसे आया।
प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के कृषि, बिजली, पानी आदि के क्षेत्र में विकास का उल्लेख करते हुए हर क्षेत्र में रोजगार के अधिकतम अवसर उपलब्ध कर इस दिशा में हमें आगे बढ़ना है।
आर्गेनिक एग्रो प्रोडक्ट में 40 फीसद सहयोग
उन्होंने समारोह में एक रहस्योद् घाटन करते हुए कहा कि शायद मुख्यमंत्री को इस बात का पता नहीं होगा कि देश को आर्गेनिक एग्रो प्रोडक्ट के क्षेत्र में मध्यप्रदेश चालीस प्रतिशत सहयोग दे रहा है। अाज आर्गेनिक एग्रो प्रोडक्ट का विश्व में बड़ा मार्केट है। इसका लाभ उठाया जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्यों के साथ मिलकर ग्लोबल टेलेंट पूल बनाया जाना चाहिये जिससे हमारे नौजवानों को रोजगार के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा। दुनिया के अन्य देशों में रह रहे उद्योगपतियों को भी इसमें मदद करना चाहिये।
मध्यप्रदेश की धरती में सामर्थ्य
श्री मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का जिक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की धरती में सामर्थ्य है और उद्योगों को आधारभूत सुविधा और साधन देने की क्षमता भी, उद्योगपतियों को इसका लाभ उठाकर राज्य में निवेश करना चाहिए।
अब मेन्युफेक्चरिंग स्टेट
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब मेन्युफेक्चरिंग स्टेट बन गया है। देश के सामने प्रमुख लक्ष्य नौजवानों को रोजगार उपलब्ध करवाना है क्योंकि हमारा देश नौजवानाें का देश है।उन्होंने देश के प्रमुख उद्योगपतियों की मौजूदगी में कहा कि भारत को सिर्फ बाजार नहीं समझा जाना चाहिये। जब देश विकास करेगा तो क्रयशक्ति बढ़ेगी। मध्यप्रदेश में निवेश करने में उद्योगपतियों का भी भला है यहां किया गया पूंजी निवेश बेकार नहीं जाएगा। उन्होंने इस दौरान अपने मेक इन इंडिया के नारे की भी व्याख्या की।
देश की ताकत राज्यों में ही निहित
श्री मोदी ने केंद्र और राज्य संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की ताकत राज्यों में ही निहित होती है जो राज्यों की ताकत समझता है वह देश को ताकतवर बना सकता है और आगे बढ़ा सकता है। यदि देश को आगे बढ़ाना है तो राज्यों का विकास आवश्यक है।
केंद्र का भी दायित्व
उन्होंने कहा कि केंद्र का भी दायित्व है कि सभी राज्यों को विकास के लिए प्रेरित करे, जहां जरूरत पड़े पूरी शक्ति से उनके साथ खड़ा रहे तभी हम विकास की नई ऊंचाई हासिल कर सकेंगे। केंद्र और राज्य के परस्पर सहयोग में कितनी ताकत है इसका अंदाज मुझे है। उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में शिवराजजी ने भी इस बात को महसूस किया होगा।
प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि पूरक और सहयोगी
श्री मोदी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाना है तो केंद्र और राज्यों में 36 का आंकड़ा नहीं होना चाहिये। दोनों एकदूसरे के प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि पूरक और सहयोगी हैं। हमें एक और एक दो नहीं बल्कि ग्यारह होना चाहिये। हमारे युवाओं में जो अतिरिक्त ऊर्जा है उसे लेकर आगे बढ़ना है।
उद्योगपतियों को सभी तरह की सुविधाएं
इससे पहले अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने उद्योगपतियों को सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन देते हुए राज्य की विकास यात्रा का सिलसिलेवार उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे तब चिंता थी कि राज्य को विपरीत स्थितियों से कैसे उबारेंगे, लेकिन पिछले सात सालों में मध्यप्रदेश की विकास दर दोहरे अंकों में पहुंच गई। आज उन्हें गर्व है कि 11 दश्मलव शून्य आठ प्रतिशत विकास दर सबसे ज्यादा है।
उद्योगपतियों ने भी अहम भूमिका निभाई
अंबानी बंधुओं के साथ प्रमुख उद्योगपतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से उबारने में उद्योगपतियों ने भी अहम भूमिका निभाई।उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक शांति है, पर्याप्त जमीन है, बिजली दूसरे राज्यों को दी जा रही है और पानी के लिए प्रमुख नदियों को आपस में जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे कहा है कि राज्य में हरेक प्रोजेक्ट के साथ एक अधिकारी को तैनात किया जाए वे इस पर अमल करेंगे। उन्होंने महाराष्ट्र का उल्लेख करते हुए कहा मध्यप्रदेश में जो भी आता है वह यहीं का होकर रह जाता है और हमारे दिल में रहता है।
जरूरत पड़ी तो प्रकिया बदलेंगे
श्री चौहान ने उद्योगों को रियायत का उल्लेख करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो हम प्रकिया बदलेंगे और नीतियों को अपडेट करेंगे। जनता के विकास के लिए हम हर काम करेंगे।
ग्लोबल समुदाय को निवेश के लिए प्रेरित करें
प्रदेश की उद्योग मंत्री यशोधरा राजे ने कहा कि शिवराजजी के कुशल नेतृत्व के दम पर मध्यप्रदेश ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं।उन्होंन कहा कि इस आयोजन के जरिये हमारी कोशिश है कि मध्यप्रदेश को ऐसा प्लेटफार्म मिले जहां हम ग्लोबल समुदाय को निवेश के लिए और राज्य की उन्नति के लिए प्रेरित करें।गुजरात और मध्यप्रदेश ने अपने विकास से साबित किया है कि नेतृत्वक्षमता कितनी महत्वपूर्ण होती है।
उद्योगों और उद्योगपतियों को मंच
उद्योगमंत्री के अनुसार हम मेन्युफेक्चर और एक्सपोर्ट जोन बनाना चाहते हैं। हम मेक इन मध्यप्रदेश और वेलकम टू मध्यप्रदेश के जरिए उद्योगों और उद्योगपतियों को मंच देना चाहते हैं और इससे मेक इन इंडिया का नारा साकार करना चाहते हैं।
इससे पहले श्री मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दीप जलाकर समिट का शुभारंभ किया। श्री चौहान ने श्री मोदी को शॉट भेंटकर सम्मानित किया। गायक शाॅन ने ‘ मध्यप्रदेश गान ‘ गाया। समापन पर श्री मोदी ने शिवराजजी ने आग्रह किया वे प्रोटोकोल के तहत उन्हें वापस छोड़ने एयरपोर्ट न जाएं इस पर मुख्यमंत्री ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर यशोधराराजे को एयरपोर्ट जाने को कहा।