मप्र आइए, हम जान से ज्यादा संभाल कर रखेंगे : शिवराज

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भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टूरिज्म क्षेत्र के निवेशकों और प्रमोटरों से कहा- आप सभी मप्र आइए, हम आपको जान से ज्यादा संभालकर रखेंगे। उन्होंने मप्र में पर्यटन की असीम संभावनाएं बताईं। साथ ही कहा कि वह कृषि व दूसरे क्षेत्रों की तरह टूरिज्म के क्षेत्र में भी नंबर वन बनना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को टूरिज्म क्षेत्र में देश के करीब एक हजार से ज्यादा निवेशकों और प्रमोटरों को संबोधित किया। नई दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित इस बड़े रोड-शो में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यह सब बातें सीएम के तौर पर नहीं, बल्कि एक सीईओ के तौर पर कह रहे हैं। रोड-शो में मप्र के पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र पटवा, मप्र के मुख्य सचिव एंटोनी जेसी डिसा, केंद्रीय पर्यटन सचिव ललित के पवार, पीएस पर्यटन वीणा राणा व एमडी एमपी टूरिज्म अश्विनी लोहानी आदि मौजूद रहे।

बांधवगंढ में टाइगर भी बढ़ रहे हैं और पर्यटन भी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बाधवगंढ़ में तो टाइगर भी बढ़ रहे हैं। जिनकी संख्या करीब 32 हो गई है। बाधवगढ़ मप्र का एक ऐसा रिजर्व फारेस्ट है, जहां आप टाइगर से शेकहैंड भी कर सकते हैं।

सिंहस्थ की दुनिया भर में करेंगे मार्केटिंग

मुख्यमंत्री ने कहा अगले साल उज्जैन में लगने वाले सिंहस्थ की वह दुनिया भर में मार्केटिंग करेंगे। वह अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया भी जाएंगे। वहां के लोगों को बताएंगे कि सिंहस्थ के बहाने मप्र आएं। उन्होंने कहा कि उज्जैन में लगने वाले सिंहस्थ में एक वैचारिक संगम भी होगा, जिसमें करीब 100 से ज्यादा देशों के लोग हिस्सा लेंगे। इस आयोजन का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले सीएम, मांगी मदद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान मप्र के लिए घोषित योजनाओं के लिए जल्द राशि मुहैया कराने की मांग की। इससे पहले मुख्यमंत्री नीति आयोग भी पहुंचे, जहां राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया के साथ केंद्रीय योजना में राज्य को दी जाने वाली हिस्सेदारी पर चर्चा की। नीति आयोग की सीईओ खुल्लर ने इस दौरान बताया कि केंद्रीय योजनाओं में राज्य को दी जाने वाली हिस्सेदारी को लेकर गठित उपसमिति की दो टीमों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जबकि दो टीमें अब भी काम कर रही हैं, जिनकी रिपोर्ट आते ही इसे फाइनल स्वरूप दिया जाएगा।