लोगों की मदद के लिए बनेंगे पासपोर्ट मित्र : श्रीमती स्वराज

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विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा है कि भोपाल देश का पहला पासपोर्ट  केंद्र है जहाँ आवेदन के एक दिन बाद ही आवेदकों को बुलावा आ जाता है। लोगों की माँग पर इसे तीन दिन किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में  देश में 99  लाख 6 हजार पासपोर्ट जारी किये गए। पासपोर्ट की संख्या में 17 प्रतिशत  बढ़ोत्तरी हुई है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत के दूसरे देशों से सम्बन्ध बढ़ते जा रहे हैं। दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ रहा है।

श्रीमती स्वराज ने आज यहाँ पासपोर्ट भवन के शिलान्यास समारोह में बताया कि इंदौर में  पासपोर्ट केंद्र खोला जायेगा। उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए पासपोर्ट कार्यालय में  छह महीने की इंटर्नशिप दी जायेगी।  उन्होंने युवाओं से कहा कि वे पासपोर्ट सेवा के इंटर्न बने। उन्होंने बताया लोगों की सहूलियत के लिए  पासपोर्ट  मित्र बनाये जायेंगे। उन्होंने दो साल में भवन का निर्माण पूरा करने की अपेक्षा की।

श्रीमती स्वराज ने बताया कि एक साल  पहले  पासपोर्ट बनने में त्राहि-त्राहि मची थी। पाँच लाख पासपोर्ट पुस्तिकाओं की कमी थी। पासपोर्ट पुस्तिका का आर्डर ही नहीं दिया गया था। यह काम 15 दिन में पूरा किया गया। अब एक करोड़ पुस्तिका रिजर्व में रखी जाती हैं। अपॉइंटमेंट साइकिल को कम किया गया है। भोपाल में 48  से 7 दिन में लाया गया और अब एक दिन पर आ गया।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्र सरकार का एक साल सफलतापूर्वक पूरा होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि पालिसी पेरालिसिस समाप्त हो गया है। देश की साख और शान बढ़ी है। आर्थिक विकास दर बढ़ रही है। महँगाई कम हो रही है। यमन से भारत और दूसरे देशों के नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया। हिन्दुस्तान की नई साख बनी है। बीमा योजना, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया के बारे में पहले कौन सोचता था? प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विदेशों में रहने वाले भारतीयों को एक कर दिया है। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट की सुविधा दुनिया से सम्बन्ध बढ़ने के लिए जरुरी है। राज्य सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी। पासपोर्ट की लंबी प्रतीक्षा अब ख़त्म हो गयी है। उन्होंने फ्रेंड्स ऑफ़ एमपी पहल की चर्चा करते हुए कहा कि अप्रवासी भारतीयों को जोड़ना इसका उद्देश्य है।

मुख्य पासपोर्ट अधिकारी श्री मुक्तेश कुमार परदेशी ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि 1978 से पहले मध्यप्रदेश में कोई पासपोर्ट कार्यालय नहीं था। लखनऊ से काम होता था। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी  जब विदेश मंत्री थे तब पहला पासपोर्ट कार्यालय उन्होंने मध्य प्रदेश को दिया था। उन्होंने भूमि आवंटन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पासपोर्ट सेवा में बहुत सुधार किया गया है। एक करोड़ पासपोर्ट जारी करने वाला  भारत विश्व का तीसरा देश है। पिछले एक साल में कई ऐतिहासिक कार्य हुये हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, उद्योग मंत्री श्रीमति यशोधरा राजे सिंधिया,  महापौर श्री आलोक शर्मा, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह उपस्थ्ज्ञित थे। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी श्री मनोज कुमार ने आभार व्यक्त किया।