राष्ट्रीय राजधानी में एक बार फिर से गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोर- शोर से शुरू हो गई हैं । कर्तव्यपथ पर एक बार फिर से तीनों सेनाओं के जवान अपने शौर्य और शक्ति का प्रदर्शन करते नजर आएंगे । वहीं तीनों सेनाओं के जवान देश के राष्ट्रपति और गणतंत्र दिवस परेड के लिए बुलाए गए विशेष अतिथि को सैल्यूट करते नजर आएंगे । लेकिन इस दौरान क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि हमारी तीनों सेनाओं के जवान अलग अलग तरह से सैल्यूट क्यों करते हैं । थल सेना – वायुसेना और नेवी के जवानों के सैल्यूट के दौरान उनके हाथ की पोजिशन अलग अलग होती है , ऐसा क्यों होता है और आखिर इसका क्या कारण है ….क्या आप इसके बारे में जानते हैं , अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके पीछे का सच ।
थल सेना
चलिए सबसे पहले बात करते हैं भारत की थलसेना के सैल्यूट के बारे में । थल सेना के जवानों को अगर आप सैल्यूट करते हुए देखेंगे तो पाएंगे कि उनकी हथेली खुली होती है और वह सामने वाली की तरह पूरी तरह से खुली होती है । इस दौरान हाथ की अंगुलियां पूरी तरह से खुली होती हैं , जो जवान की भौं या हैट के बैंड को छूती नजर आती हैं ।
क्या है इसका अर्थ – जानकार कहते हैं कि इस तरह सैल्यूट करने का अर्थ होता है कि जवान खाली हाथ है । उसने पास इस समय कोई हथियार नहीं है और वह बिना किसी दुर्भवाना से सामने वाले को सैल्यूट कर रहा है ।
भारतीय वायुसेना
चलिए अब बात करते हैं इंडियन एयरफोर्स यानी भारतीय वायुसेना की । भारतीय वायुसेना के जवानों (Indian Airforce salute) के सैल्यूट में थल सेना के जवानों की तुलना में भिन्नता होती है । जानकारों का कहना है कि साल 2006 में भारतीय वायुसेना ने सैल्यूट के नए नियम बनाए थे । सैल्यूट के इस तरीके में हथेली को जमीन से 45 डिग्री पर रखना पड़ता है । हथेली का अगला हिस्सा विमान की तरह ऊपर की तरफ उठा रहता है । इससे पहले एयरफोर्स और आर्मी के सैल्यूट एक जैसे होते थे ।
भारतीय नौसेना
थलसेना की तुलना में भारतीय नौसेना यानी नेवी (Indian Navy salute) के जवानों का सैल्यूट अलग होता है । उनके हाथ 90 डिग्री एंगल में जमीन की तरफ झुके रहते हैं । वो अपनी हथेली सामने वाले इंसान को नहीं दिखाते ।
क्या है इसका कारण – असल में नौसैनिकों के सैल्यूट का इस तरह होने का एक कारण है । असल में नौसेना के कई जवान शिप पर काम करते हैं या सेलर होते हैं, उनके हाथ कई बार ग्रीज, तेल आदि के चलते गंदे रहते हैं, तो इसलिए वो अपने गंदे हाथों को किसी के सामने नहीं दिखाते । यही कारण है कि उनका हाथ हमेशा 90 डिग्री के एंकल पर जमीन की ओर झुका होता है ।