इमालवा-रतलाम। एक, दो, तीन…और साइकिल पर चल पड़े अफसर। सबसे आगे कलेक्टर, फिर महापौर और उनके पीछे विद्यार्थियों का रैला। करीब दो किमी की रैली बाद जब पहिए थमे तो महापौर सबसे आगे रहे। कलेक्टर बाद में आए और डीईओ तो मंजिल से पहले थक गए। प्रदेश स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय एकता का संदेश देने साइकिल रैली एवं मैराथन दौड़ हुई।
साइकिल रैली एवं मैराथन दौड़ को प्रात: 9.30 बजे नेहरू स्टेडियम पर छात्राओं द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। रैली में कलेक्टर डॉ. संजय गोयल और महापौर शैलेन्द्र डागा सहित कई अफसर शामिल हुए। कालिका माता मंदिर परिसर में समापन तक अफसरों के बीच जोशभरी मशक्कत होती रही। आखिरकार महापौर सबसे पहले पहुंचे। साइकिल रैली में शामिल एसडीएम सुनील कुमार झा को सहारा लेना पड़ा तो जिला शिक्षा अधिकारी जेके शर्मा सबसे बाद में आए।
चकाचक रही शहरी सड़कें
साइकिल रैली स्टेडियम मैदान से आरंभ होकर कालिका माता परिसर तक आई। इस दौरान दो बत्ती चौराहा से लेकर निगम तिराहा और छत्रीपुल तक सड़कें चकाचक थी। सफाई कर्मचारियों ने पहले ही सड़क से कचरा हटा दिया। वहीं, यातायात पुलिस का वाहन भी रैली में सबसे आगे वाहनों को सड़क से हटाता रहा। रैली में बडी संख्या में अधिकारी कर्मचारियों के साथ स्कूली विद्यार्थियों ने भी जोश व उत्साह से भाग लिया।
उत्साह भरी रैली
राष्ट्रीय एकता को प्रदर्शित करती साइकिल रैली उत्साह भरी रही। अधिकारी-कर्मचारियों के साथ बच्चों ने भी उत्साह से भाग लिया। पूरे रास्ते सभी साइकिल पर सवार रहे, समापन कालिका माता परिसर में हुआ।
– जोस चाको, जिला खेल अधिकारी रतलाम
पानी की बोतल साथ लेकर चले कर्मचारी
साइकिलों पर अफसरों की सवारी को लेकर कर्मचारियों और मैदानी अमले को खासी मशक्कत करना पड़ी। ऎसी साइकिले तलाशी गई जो ठीक से चले। वहीं, रैली के दौरान निगम और शिक्षा विभाग के कुछ कर्मचारी पानी की बोतल लेकर भी चल रहे थे। न्यूरोड पर जब एसडीएम लड़खड़ाए तो पीछे चल रहे स्कूली बच्चों ने अपनी साइकिले रोक दी। वहीं, अफसर और महापौर के साथ जोश में बच्चे भी सक्रिय रहे।