रतलाम। शहर के माणकचौक स्थित प्राचीन श्री महालक्ष्मी मंदिर में मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में तीन दिवसीय उत्सव की शुरुआत हुई। महालक्ष्मी का वैभव से श्रृंगार कर किया। हर दिन हजारों भक्त मां के दरबार में दर्शन-वंदन करने पहुंचेंगे। मंदिर में भक्तों द्वारा अकूत संपदा रखी गई है।
धनतेरस मंगलवार सुबह मंगल वेला में कलेक्टर दंपति डॉ. संजय गोयल ने पर्दा खोलकर उत्सव का श्रीगणेश किया। दीप प्रज्वलन के बाद संजय पुजारी ने मंत्रोच्चार के साथ गणेशजी की पूजा-अर्चना करवाई। इस दौरान कलेक्टर के परिजनों सहित अन्य धर्मालुओं ने आरती की। पार्षद अशोक यादव, एसडीएम अवधेश शर्मा, तहसीलदार वीरेंद्र कटारे, नगर सुरक्षा समिति के तेजराम प्रजापति, श्री महालक्ष्मी सेवा मंडल समिति के संदीप सोनी सहित अन्य उपस्थित रहे। मंदिर के बाहर दिनभर दर्शनार्थियों की कतारें लगी रही। आरती के बाद दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ।
भक्तों को दी कुबेर पोटली
महालक्ष्मी के दर्शन करने आई महिला भक्तों को कलेक्टर दंपति ने कुबेर पोटली व प्रसाद का वितरण किया। डॉ. गोयल को पुजारी ने धन-वैभव की जानकारी दी। उन्हें बताया कि अष्ट लक्ष्मी मंदिर में महालक्ष्मी के साथ वीर लक्ष्मी, धन लक्ष्मी, वैभव लक्ष्मी, सौंदर्य लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, गज लक्ष्मी, आद्य लक्ष्मी भी विराजित हैं। अंत में कलेक्टर दंपति को पुजारी ने सौभाग्य सामग्री भेंट की।
सज्जा में बीती पूरी रात
महालक्ष्मी मंदिर में देर रात तक सजावट और अन्य तैयारियां चलती रही। समिति के नरेंद्रसिंह परिहार, रणजीतसिंह सोलंकी, लव ठाकुर, संदीप सोनी, राजू पोरवाल, रवि पगारिया सहित अन्य सुबह पांच तक तैयारी में जुटे रहे।
करोड़ों की संपत्ति पर 9 कैमरों से नजर
भक्तों द्वारा मंदिर में रखे गए सोना-चांदी, आभूषण, रुपयों से पांच पेटियां भर गई है। यहां सोना-चांदी, आभूषण रखने के दौरान वजन नहीं होता। केवल नाम दर्ज होता है। इनकी सुरक्षा में गनधारी गार्ड 24 घंटे पहरा दे रहे हैं। साथ ही मंदिर के अंदर-बाहर नौ सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि कैद की जा रही है। दीपावली तक उत्सव मनाया जाएगा। इसके बाद भक्तों द्वारा दी गई सामग्री पुन: लौटाने का सिलसिला शुरू होगा।