भद्रजनों का खेल कहे जाने वाले क्रिकेट पर इस बार एक ऐसा दाग लगा है जिससे यह खेल दागदार हुआ है। बॉल टेंपरिंग और स्पॉट फिक्सिंग के बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे मुकाबले में बल्लेबाजों पर बैट टेंपरिंग का आरोप लग रहा है।खबरों की मानें तो तीसरे ओल्ड ट्रेफर्ड टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के आउट होने के बाद जब हॉट… भद्रजनों का खेल कहे जाने वाले क्रिकेट पर इस बार एक ऐसा दाग लगा है जिससे यह खेल दागदार हुआ है। बॉल टेंपरिंग और स्पॉट फिक्सिंग के बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे मुकाबले में बल्लेबाजों पर बैट टेंपरिंग का आरोप लग रहा है।खबरों की मानें तो तीसरे ओल्ड ट्रेफर्ड टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के आउट होने के बाद जब हॉट स्पॉट में भी यह साफ नहीं हुआ कि गेंद बल्ले से लगी है लेकिन उसे आउट करार दे दिया गया। हालांकि क्रिकेट ऑस्ट्रलिया ने इसकी शिकायत आईसीसी से की।जब इस मामले में छानबीन की गई तो पता चला की हॉट स्पॉट के असर को कम करने के लिए बल्लेबाज बैट के निचले हिस्से और किनारों में सिलिकान टेप चिपका रहे हैं। जिससे इस तकनीक में भी गेंद और बल्ले के बीच के संपर्क के असर को कम किया जा सकता है।हालांकि कुछ ऐसा ही विवाद इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन के साथ भी जुड़ गया है लेकिन पीटरसन ने इस बारे में कहा कि मैं कभी भी ऐसा काम नहीं करूंगा और अगर में आउट होता हूं तो मुझे अंपायर के निर्णय की जरूर नहीं है।