भारतीय क्रिकेट पर फिर न लगे फ़िक्सिंग का कलंक, फिर न दाग़दार हो क्रिकेट का दामन इसलिए बीसीसीआई ने बना लिया है फ़िक्सिंग के ख़ात्मे करने का प्लान। कैसे बोर्ड एक फ़िक्सर के ज़रिये रोकना चाहता है फ़िक्सिंग…बीसीसीआई ने ढूंढा फ़िक्सिंग का तोड़, बोर्ड फ़िक्सिंग से करेगा फ़िक्सिंग की काट, एक फिक्सर ही करेगा फ़िक्सिंग का ख़ात्मा।भारतीय क्रिकेट पर फ़िक्सि… भारतीय क्रिकेट पर फिर न लगे फ़िक्सिंग का कलंक, फिर न दाग़दार हो क्रिकेट का दामन इसलिए बीसीसीआई ने बना लिया है फ़िक्सिंग के ख़ात्मे करने का प्लान। कैसे बोर्ड एक फ़िक्सर के ज़रिये रोकना चाहता है फ़िक्सिंग…बीसीसीआई ने ढूंढा फ़िक्सिंग का तोड़, बोर्ड फ़िक्सिंग से करेगा फ़िक्सिंग की काट, एक फिक्सर ही करेगा फ़िक्सिंग का ख़ात्मा।भारतीय क्रिकेट पर फ़िक्सिंग का काला साया मंडरा रहा है। बीसीसीआई नहीं चाहता की देश को फिर झेलनी पड़े फ़िक्सिंग की फ़ज़िहत, इसलिए बोर्ड खिलाड़ियों को नसिहत देने के लिए अब ले रहा है पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आमेर के वीडियो का साहारा। जी हां वही मोहम्मद आमिर जिसने इंग्लैंड मे स्पॉट फिक्सिंग से किया था क्रिकेट को कलंकित लेकिन अब इसी आमेर को बीसीसीआई बनाना चाह रही है फइक्सिंग के खिलाफ चेहरा।आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट द्वारा तैयार किए गए आमेर के फ़िक्सिंग विवाद से जुडे वीडियो को बोर्ड अंडर-19 और अंडर-25 खिलाड़ियों को एजूकेट करने के मकसद से दिखा रहा है। मैसूर में नेशनल क्रिकेट अकेडमी का ऑफ़ सीज़न कैंप चल रहा है जहां बोर्ड अंडर-25 खिलाड़ियों को फ़िक्सिंग से काले साए से दूर रहने की ट्रेनिंग दे रहा है। एंटी करप्शन एंड सिक्यूरिटी यूनिट ने इस प्रोग्राम को तैयार किया है।इस वीडियो क्लीप में स्पॉट फ़िक्सिंग की वजह से सुर्खियों में आए 2010 लॉर्ड्स टेस्ट की तस्वीरें हैं। साथ ही आमेर, सलमान बट, मोहम्मद आसिफ़ की पाकिस्तानी पेस तिकड़ी के स्पॉट फ़िक्सिंग में दोषी पाए जाने, उनके जेल जाने और उसके उनकी ज़िन्दगी में बदलवा की दास्तां को बंया करता है।बीसीसीआई के अधिकारी मानते हैं कि सीनियर क्रिकेट में आने की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को जूनियर लेवल पर ही फ़िक्सिंग से दूर रहने की सीख देने ज़रूरी है। ख़ास बात ये है कि आमेर जब स्पॉट फ़िक्सिंग में पकड़े तब वो महज़ 18 साल के थे।वैसे ये पहला मौक़ा नहीं है जब बीसीआई ने फ़िक्सिंग को दूर रखने के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों के उदाहरण का सहारा लिया हो। इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग 2012 में भी बोर्ड में खिलाड़ियों को आमेर का वो वीडियो दिखाया था जिसमें आमेर फ़िक्सिंग के बुरे असर के बारे में बात कर रहे हैं लेकिन 2013 आईपीएल में राजस्थान के तीन खिलाड़ियों के फ़िक्सिंग में पकड़े जाने के बाद लगता है। इस वीडियो का तो कुछ ख़ास असर खिलाड़ियों पर नहीं हुआ था। बस उम्मीद यही की जानी चाहिए कि बोर्ड की अब यह कोशिश बेकार न जाए और फ़िक्सिंग का काला साया भारतीय क्रिकेट से दूर ही रहे।