बीसीसीआई ने क्रिकेट को बचाने के लिए बनाया है खास प्लान, जिसके तहत अब रंगीन रण में ना तो चीयरलीडर्स होंगी और ना ही आईपीएल मैचों के बाद कोई भी पार्टी होगी।अगले साल से आपको रंगीन रण में नजर आएगा सबकुछ बदला हुआ क्योंकि जिस तरह से आईपीएल को खिलाड़ी और मालिकों ने किया कलंकित जिसकी वजह से क्रिकेट जैसा जैंटलमैन गेम के दामन पर लगा दाग उसे दूर करने के लिए बी…
बीसीसीआई ने क्रिकेट को बचाने के लिए बनाया है खास प्लान, जिसके तहत अब रंगीन रण में ना तो चीयरलीडर्स होंगी और ना ही आईपीएल मैचों के बाद कोई भी पार्टी होगी।अगले साल से आपको रंगीन रण में नजर आएगा सबकुछ बदला हुआ क्योंकि जिस तरह से आईपीएल को खिलाड़ी और मालिकों ने किया कलंकित जिसकी वजह से क्रिकेट जैसा जैंटलमैन गेम के दामन पर लगा दाग उसे दूर करने के लिए बीसीसीआई ने बनाया है एक खास प्लान और इस प्लान का नाम है मिशन क्लीन क्रिकेट।दिल्ली में हुई बीसीसीआई की बैठक में बोर्ड ने लिया है फैसला कि अब से रंगीन रण में चीयरलीडर्स ठुमके नहीं लगाएंगी। अब चौके छक्के लगने पर मैदान में आपको चीयरलीडर्स झूमती हुई दिखाई नहीं देंगी। आईपीएल मैचों के बाद होने वाली पार्टीज पर भी बीसीसीआई ने रोक लगा दी है। साथ ही मैदान में अब से मोबाइल जैमर्स भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा खिलाड़ियों पर ईयर फोन के साथ कमेंटेटर से बात करने पर भी सख्त पाबंदी होगी। वहीं गग आउट एरिया में टीम के मालिकों को भी जाने की इज़ाजत नहीं होगी।इतना ही नहीं बीसीसीआई ने फिक्सिंग की फांस से बचने के लिए यह भी फैसला किया है कि अब आईपीएल में एंटी करप्शन यूनिट का एक अधिकारी हर टीम के साथ हर वक्त रहेगा। साथ ही नेश्नल सेलेक्टर्स में से कोई भी सेलेक्टर आईपीएल की किसी भी टीम में कोई भूमिका अदा नहीं करेगा। तो यह हैं वो तमाम फैक्टर्स जिसके जरिए बीसीसीआई करेगी झमाझम क्रिकेट में फिक्सिंग पर लगाम कसने की कोशिश।