अपने होमग्राउंड पर राजस्थान ने जारी रखा अपना विजय रथ, रॉयल्स ने चेन्नई को पांच विकेट से हराकर जयपुर में अपने घर पर दर्ज की आठवीं जीत।अपने घर पर एक बार फिर राजस्थान ने दर्ज की रॉयल जीत। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में रॉयल्स ने खेले आठ मुकाबले जिसमें आठों मैच में दर्ज की द्रविड़ के सूरमाओं ने जीत। इस बार रॉयल्स का शिकार बने धोनी के धुरंधर यानी चे… अपने होमग्राउंड पर राजस्थान ने जारी रखा अपना विजय रथ, रॉयल्स ने चेन्नई को पांच विकेट से हराकर जयपुर में अपने घर पर दर्ज की आठवीं जीत।अपने घर पर एक बार फिर राजस्थान ने दर्ज की रॉयल जीत। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में रॉयल्स ने खेले आठ मुकाबले जिसमें आठों मैच में दर्ज की द्रविड़ के सूरमाओं ने जीत। इस बार रॉयल्स का शिकार बने धोनी के धुरंधर यानी चेन्नई सुपरकिंग्स।रॉयल्स की टॉस जीतकर पहले गेंदबाजीराजस्थान ने एक बार फिर लक्ष्य का पीछा करना बेहतर समझा और द्रविड़ का यह फैसला पूरी तरह सही साबित हुआ। हालांकि हसी और मुरली विजय ने टीम को धीमी सही लेकिन सधी शुरुआत दी। हसी चालीस तो मुरली विजय पचपन रन बनाकर लौटे लेकिन इसके बाद भी चेन्नई के किसी बल्लेबाज को खुलकर खेलने का मौका नहीं मिला। रैना एक और कप्तान धोनी सिर्फ दो रन बना सके। आखिरी ओवरों में ब्रावो ने जरुर ब्लास्ट किया। ब्रावो ने ग्यारह गेंदों में चार चौको की मदद से तेईस रन बनाए। ब्रावो के दम पर चेन्नई बीस ओवर में चार विकेट खोकर 141 रन बनाने में कामयाब रही। रॉयल्स की ओर से कूपर ने चार ओवर में 32 रन देकर चार विकेट झटके।वॉटसन, बिन्नी ने लगाई वाट141 रन के टारगेट के सामने, राजस्थान की शुरुआत भी खराब रही। रहाणे नौ, फॉल्कनर एक और संजू सैमसन बिना खाता खोले पैवेलियन लौट गए लेकिन इसके बाद वॉटसन ने लगाई सुपरकिंग्स की जमकर वाट। वॉटसन की तूफानी पारी का कोई जवाब नहीं दिखा चेन्नई के पास।वॉटसन ने सिर्फ 34 गेंदों में छह चौके और छह छक्कों की मदद से जड़ डाले सत्तर रन। वॉटसन के अलावा बिन्नी ने भी किया ब्लास्ट और सिर्फ तेईस गेंदों में ठोके 41 रन। ये वॉटसन और बिन्नी का ही जादू रहा जो रॉयल्स ने सत्रह बॉल पहले ही हासिल कर ली जीत और लगभग पक्का कर लिया प्लेऑफ का टिकट।