पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि सचिन तेंदुलकर को तब तक खेलना चाहिए जब तक वह खेलना चाहता है। गांगुली ने कहा कि तेंदुलकर के संन्यास के बारे में केवल समय ही बतायेगा। वह जब तब खेलना चाहता है खेले, भले ही यह दक्षिण अफ्रीका में हो, न्यूजीलैंड में हो या कहीं और। तेंदुलकर की फार्म के बारे में पूछने पर गांगुली ने कहा, ‘जीत हमेशा ही टीम प्रयास होत… पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि सचिन तेंदुलकर को तब तक खेलना चाहिए जब तक वह खेलना चाहता है। गांगुली ने कहा कि तेंदुलकर के संन्यास के बारे में केवल समय ही बतायेगा। वह जब तब खेलना चाहता है खेले, भले ही यह दक्षिण अफ्रीका में हो, न्यूजीलैंड में हो या कहीं और। तेंदुलकर की फार्म के बारे में पूछने पर गांगुली ने कहा, ‘जीत हमेशा ही टीम प्रयास होती है। हमें चेन्नई में पहले टेस्ट में उसके योगदान को नहीं भूलना चाहिए, उसके 81 रन ने टीम को तब बचाया था जब टीम ने दो विकेट गंवा दिये थे।’गांगुली को लगता है कि चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द मैच मिलना चाहिए था जो रविंदर जडेजा को 58 रन में पांच विकेट लेने के लिये मिला। उन्होंने कहा, ‘उसने मुश्किल स्पिन पिच पर 134 (52 और नाबाद 82) रन बनाये। मेरे लिये मैन ऑफ द मैच पुजारा है।’