घर में हर कोई शिवलिंग स्थापित करना चाहता है लेकिन ऐसा करने से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना पड़ता है. जानिए क्या तरीका है घर में शिवलिंग स्थापित करने का?
1.ऐसा स्थान जहां पूजा ना हो रही हो : शिवलिंग को कभी भी ऐसे स्थान पर स्थापित नहीं करना चाहिए जहां आप उसकी पूजा ना कर सकें. हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि आप शिवलिंग की पूजा पूरे विधि-विधान से न कर पा रहे हों तो भूल से भी शिवलिंग को घर पर न रखें.
2.तुलसी पर प्रतिबंध : शिव पुराण में जालंधर नाम के दैत्य को यह वरदान था की उसे युद्ध में कोई नहीं हरा सकता जब तक उसकी पत्नी वृंदा पतिव्रता रहेगी. उस दैत्य के अत्याचारों से सृष्टि को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान विष्णु ने वृंदा का पतिव्रता होने का संकल्प भंग किया तथा महादेव ने जलंधर का वध. इसके बाद वृंदा तुलसी में परिवर्तित हो चुकी थीं तथा उसने अपने पत्तियों का महादेव की पूजा में प्रयोग होने पर प्रतिबंध लगा दिया. यही कारण है की शिवलिंग की पूजा पर कभी तुलसी के पत्तियों का प्रयोग नहीं किया जाता.
3.हल्दी पर रोक : हल्दी का प्रयोग स्त्रियां अपनी सुंदरता निखारने के लिए करती हैं तथा शिवलिंग महादेव शिव का प्रतीक है. इसलिए हल्दी का प्रयोग शिवलिंग की पूजा करते समय नहीं करनी चाहिए.
4.कुमकुम का उपयोग : हिन्दू मान्यताओं के अनुसार कुमकुम का प्रयोग एक हिन्दू महिला अपने पति के लम्बी आयु के लिए करती हैं जबकि भगवान शिव विध्वंसक की भूमिका निभाते हैं. संहारकर्ता शिव की पूजा में कभी भी कुमकुम का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
5.शिवलिंग का स्थान बदलते समय : शिवलिंग का स्थान बदलते समय उसके चरणों को स्पर्श करें तथा एक बर्तन में गंगाजल का पानी भरकर उसमें शिवलिंग रखें.
6.शिवलिंग पर कभी पैकेट का दूध ना चढ़ाएं : शिवलिंग की पूजा करते समय हमेशा ध्यान रहे कि उन पर पैकेट वाला दूध ना चढ़े. शिव को चढ़ने वाला दूध ठंडा और साफ होना चाहिए.
7.शिवलिंग को रखें जलधारा के नीचे : यदि आपने शिवलिंग को घर पर रखा है तो ध्यान रहे की शिवलिंग के नीचे सदैव जलधारा बरकरार रहे अन्यथा वह नकरात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है.