टेलकम की सुगंध आपका मन मोह लेती है और इसी कारण आप इसका प्रयोग करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है इसमें एक तरह का मिनरल होता है जो आपके सेहत के लिए नुकसानदेह है।
टेलकम पाउडर के नुकसान
मुलायम, सफेद और सुगंन्धित टेलकम पाउडर का इस्तेमाल सभी करते हैं चाहे वह छोटा हो या बड़ा। यह एक लोकप्रीय सौंदर्य प्रसाधन भी है। खासतौर पर गर्मियों में इसकी तन की दुर्गंध को कम करने व पसीने को रोकने वाले गुण के कारण मांग बढ़ जाती है। यह बेबी डायपर से हुए निशानों और रगड़ को कम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (2010) ने भी टेलकम पाउडर को सुरक्षित कॉस्मेटिक प्रोडक्ट घोषित किया है। लेकिन फिर भी इसमें कुछ ऐसी चीजें हैं जो इसे नुकसानदायक बनाती हैं। तो चलिये जानें कि कैसे टेलकम पाउडर बन सकता है आपके लिये मुसीबत का कारण।
जहरीला है टेलकम पाउडर
टेलकम पाउडर में एक टैल नाम का मिनरल होता है, जोकि सेहत के लिये नुकसानदायक होता है। खासतौर पर तब, जबकि इसकी ज्यादा मात्रा सांस के माध्यम से शरीर के भीतर चली जाए। हालांकि यह नुकसानदायक मिनरल एन्टीसेप्टिक्स, बेबी पाउडर और टेलकम पाउडर में इस्तेमाल होने वाला मुख्य मिनरल है।
सांस से जुड़ी बीमारियां
टेलकम पाउडर से सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, खासतौर पर शिशुओं में। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स द्वारा इसका कम से कम इस्तेमाल करने की सलाह दी जा चुकी है। सांस के साथ जाने पर यह बच्चों में निमोनिया का कारण बन सकता है। इसलिए ही मांओं को सलाह दी जाती है कि बच्चों को लगाने से पहले वे इसे अपने हाथ पर लगाकर देखें।
टैल्कोसिस भी होता है
टेलकम पाउडर को इस्तेमाल करने पर इसके कुछ कण हवा में भी फैल जाते हैं, और फिर सांस के साथ शरीर के अंदर चले जाते हैं। जिसकी वजह से छींक आना, घबराहट होना, सांस उखड़ना आदि समस्याएं हो सकती हैं। यही नहीं, इसके कारण टैल्कोसिस या फेफड़ों में जलन भी पैदा हो सकती है।
गर्भाशय में जलन
बहुत सी महिलाएं इसे वेजिना पर भी इस्तेमाल करती हैं, जिससे इसके कण गर्भाशय में प्रवेश कर जाते हैं। ये कण पहले फेलोपिन ट्यूब के भीतर जाते हैं और फिर गर्भाशय तक पहुंच जाते हैं। वहां से ये कण आसानी से नहीं निकलते हैं और लम्बे समय तक रहते हैं। जिस कारण गर्भाशय में जलन और गर्भाशय कैंसर जैसी गंभीर स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं।
गर्भाशय कैंसर
कैंसर प्रिवेंशन कोएलिशन के अनुसार इस प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों के इस्तेमाल से गर्भाशय के कैंसर का खतरा बढ़ता है। जननांगों पर टेलकम पाउडर का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में गर्भाशय कैंसर सामान्य महिलाओं की अपेक्षा अधिक होता है।
एंडोमेट्रियल कैंसर
एक शोध के मुताबिक जो महिलाएं ज्यादा टेलकम पाउडर इस्तेमाल करती हैं, और रजोनिवृति के बाद भी इसका इस्तेमाल करती रहती हैं, उनमें एंडोमेट्रियल कैंसर का जोखिम अधिक होता है।
फेफड़ों का कैंसर
वो लोग जो बहुत ज्यादा टेलकम पाउडर इस्तेमाल करते हैं, उनकी सांस के माध्यम से इसके कण फेफड़ों में चल् जाते हैं, जिससे फेफड़ों से सम्बंधित समस्याएं होती है और आगे चलकर यह फेफड़ों के कैंसर में भी तब्दील हो सकती हैं। इसीलिए कोर्नस्टार्च युक्त बॉडी पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिये।