अतिशेष शिक्षकों की सूची से स्वयं का नाम हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर से मिलने पहुंची शिक्षिका की कलेक्टर ने ही क्लास ले ली। कलेक्टर ने शिक्षिका की बात सुनने के बाद उसे अंग्रेजी के शब्द का हिंदी अनुवाद करने की बात कही, तो वह नहीं कर सकी। ये देख कलेक्टर ने शिक्षिका को फटकार लगाने के साथ ही नाराजगी जताई।
नाम हटवाने का आवेदन लेकर शासकीय प्राथमिक विद्यालय, लालाखेड़ा की सहायक अध्यापिका ज्योति सिसौदिया पहुंची थी। इस पर शिक्षिका का भाषाज्ञान परखने के लिए कलेक्टर तन्वी सुंद्रियाल ने जनसुनवाई में सबके सामने उसका परीक्षण कर लिया। उन्होने अध्यापिका को अंग्रेजी में लिखे एक वाक्य का हिंदी अनुवाद करने को कहा, जो वह नहीं कर सकी। इतना ही नहीं कलेक्टर ने वाक्य बताया था उसे भी वह ठीक से नहीं लिख पाई। ये देख कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए आवेदिका को अपने भाषाज्ञान की योग्यता बेहतर करने को कहा, जिससे बच्चों का शैक्षणिक स्तर सुधर सके।
सीईओ को दिए निर्देश
शा.प्रा. विद्यालय, लालाखेड़ा से शिक्षिका को अतिशेष घोषित कर ई.जी.एस. लालाखेड़ा में मर्ज शिक्षकों की सूची में शामिल किया गया था, जिसके विरूद्ध उन्होंने उच्च न्यायालय से स्थगनादेश प्राप्त किया था। साथ ही न्यायालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए वह जनसुनवाई में आवेदन लेकर पहुंची थी, जिसे कलेक्टर ने सीईओ जिला पंचायत को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजा।
प्लाट दिया पर रजिस्ट्री नहीं करवा रहे
जनसुनवाई में आबकारी रोड निवासी मदनलाल सूर्यवंशी ने जनता गृह निर्माण समिति के उन्हे आवंटित स्लम भूखंड सर्वे क्रमांक 714 की रजिस्ट्री कराने के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि 20 बाय 50 फ ीट साईज के भूखंड पर उनके द्वारा 3 फ ीट ऊंची दीवार का निर्माण कर कब्जा ले लिया गया है, लेकिन विभाग उन्हें रजिस्ट्री नहीं करवा रहा है, जिस पर कलेक्टर ने तहसीलदार को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
उधार चुकाया पर नहीं मिला कब्जा
ईश्वर नगर निवासी कैलाशीबाइ ने बताया कि राजीव गांधी आवास योजना के तहत उन्हें भूखण्ड क्रमांक 563 आवंटित था। उसका पट्टा गिरवी रखकर उसने यहीं की निवासी सोनिया से १३ हजार रुपए उधार लिए थे। भूखंड के एवज में समय पर उधार की राशि चुकाई थी, फिर भी सोनिया ने उसे भूखंड का कब्जा नहीं सौपा है। कब्जा मांगने पर धमकी मिलने की बात कही है।
बैंक कर रही है परेशान
ताल के ग्राम कालूखेड़ा निवासी दिनेश भीमावत ने शिकायत में बताया कि स्वरोजगार योजनांतर्गत उसे इलाहाबाद बैंक शाखा खाखाकला द्वारा ऋ ण स्वीकृत किया गया था, लेकिन बैंक द्वारा ऋण की राशि का सदुपयोग न किए जाने का आरोप लगाते हुए आगामी किश्तों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर ने एलडीएम को स्वयं निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का पता लगाकर उचित कार्रवाई की बात कही है।