चीन ने कहा है कि बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के अगले उत्तराधिकारी के चयन में उसकी मंजूरी जरूरी होगी न कि किसी और देश की. चीन का यह बयान अमेरिका को करारा जवाब है जिसमें कहा गया था कि निर्वासित दलाई लामा के अगले उत्तराधिकारी का चयन तिब्बत के लोग करेंगे न कि बीजिंग के.
‘अगले दलाई लामा को तिब्बती चुनेंगे’
बता दें, अमेरिकी डिप्लोमेट सैम ब्राउनबैक ने सोमवार को धर्मशाला में दलाई लामा से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि दलाई लामा के अगले उत्तराधिकारी के चयन में तिब्बती लोगों का अधिकार है. रेडियो फ्री एशिया (आरएफए) के हवाले से ब्राउनबैक ने कहा, ‘दलाई लामा के उत्तराधिकारी का चयन तिब्बती बौद्ध सिस्टम और तिब्बती नेताओं से जुड़ा मामला है. इसका किसी और से संबंध नहीं है न ही किसी सरकार से.’
चीन की तीखी प्रतिक्रिया
84 साल के दलाई लामा की तबीयत को देखते हुए उनके उत्तराधिकारी की तलाश तेज हो गई है. 1959 में चीनी शासन के खिलाफ तिब्बती विद्रोह के बाद से ही दलाई लामा निर्वासित चल रहे हैं और फिलहाल उनका डेरा धर्माशाला में है. चीन अगले दलाई लामा के चयन पर अपना एकाधिकार जताता रहा है. ब्राउनबैक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मीडिया से कहा कि यह चीन का आंतरिक मामला है. शुआंग ने कहा, दलाई लामा राजनीतिक निर्वासन में हैं जो लंबे वर्षों से धर्म की आड़ में विदेशों में चीन विरोधी गतिविधियां चलाते रहे हैं.
गेंग शुआंग ने कहा, ‘चीन दलाई लामा के किसी भी विदेशी अधिकारियों के साथ मुलाकात का विरोध करता है. अमेरिकी अधिकारी का बयान अमेरिका के उस वादे का उल्लंघन है जिसमें तिब्बत को चीन का हिस्सा माना गया है और तिब्बती आजादी को समर्थन न देने की बात कही गई है. चीन इससे जुड़े हर बयानों पर अपना विरोध दर्ज करता है.’ शुआंग ने यह भी कहा कि अमेरिका से आग्रह है कि वह दलाई लामा ग्रुप के किसी भी व्यक्ति से अपना संपर्क बंद करे. तिब्बती मामले में दखलंदाजी और गैर-जिम्मेदाराना बयानों से भी बाज आए.
पंचेन लामा को रिहा करने की मांग
इससे पहले ब्राउनबैक ने चीनी सरकार से तिब्बती धर्मगुरु पंचेन लामा गेधून चोकी न्यीमा को तत्काल रिहा करने का आग्रह किया या दुनिया को उनके बारे में जानकारी देने को कहा. तिब्बती बौद्ध सिस्टम में दलाई लामा के बाद दूसरे स्थान पर पंचेन लामा का नाम आता है. चीन ने चोकी न्यीमा को हटाकर छह साल के एक बच्चे बेनक्वेन एर्दिनी को पंचेन लामा चुना था जो फिलहाल इस पद पर विराजमान है. न्यीमा कहां हैं इसके बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है लेकिन तिब्बती अधिकारियों के मुताबिक वे अध्ययन कर रहे हैं और सामान्य जिंदगी जी रहे हैं.