पोलैंड और चेक रिपब्लिक की सीमा पर बसे गांव मिजेस्के ओद्रजेनस्की में पिछले 9 सालाें से कोई लड़का पैदा नहीं हुआ है। ऐसा किस वजह से हो रहा इस बात ये अभी तक रहस्य बना हुआ है। यहां आखिरी बार 2010 में एक लड़के का जन्म हुआ था, लेकिन वह भी अपने परिवार के साथ गांव छोड़कर चला गया। अब यहां का सबसे छोटा लड़का 12 साल का है।
इस गांव में लड़कियों का जन्म तो होता रहता है लेकिन लड़कों का पैदा होना काफी दुर्लभ है। इसीलिए यहां के मेयर ने उस परिवार को इनाम देने का ऐलान किया है जिसके घर में बेटा पैदा होगा। गांव में लड़कों का जन्म न होने की बात की वजह तो कोई नहीं जानता, लेकिन लोगों का कहना है कि यहां तो काफी अर्से से लिंगानुपात में यही अंतर है। लड़कियां ज्यादा हैं और लड़के न के बराबर। गांव में 300 के करीब लोग रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर लड़कियां और महिलाएं हैं।
वारसा की मेडिकल यूनिवर्सटी में प्रोफेसर रफाल प्लोस्की के मुताबिक, अगर गांव में लड़के पैदा हो ही नहीं रहे तो यह काफी चिंता की बात है। इस मिस्ट्री को सॉल्व करना आसान नहीं। इसके लिए पुराने रिकॉर्ड चेक करने होंगे। साथ ही यह देखना होगा कि लड़कियों के मां-बाप का क्या कोई संबंध तो नहीं, कहीं वे दूर के रिश्तेदार तो नहीं। इसके अलावा पर्यावरण की स्थिति को देखनी होगी। तभी शायद मामला कुछ सुलझ पाए।
मेयर रेजमंड फ्रिशको ने भी रजिस्टर्ड बर्थ सर्टीफिकेट्स और ऐतिहासिक रिकॉर्ड की जांच करने के बाद इस बात की पुष्टि की कि यहां लड़कों का जन्म होना वाकई अनोखी घटना रहा है। मेयर के इस ऑफर की घोषणा के बाद वारसा की एक यूनिवर्सिटी ने भी रिसर्च करनी शुरू की है कि आखिर यहां ऐसा क्यों है।