आखिरकार सेबी ने निवेशकों को पैसा निकालवाने के लिए सहारा ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी 52 करोड़ रुपए नगदी और 450 एकड़ जमीन अपने कब्जे में कर ली है। इससे सहारा ग्रुप की साख को जहां बट्टा लगा है, वहीं निवेशकों को अपनी रकम वापस मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
दरअसल, देश की लोकप्रिय और बड़ी कंपनियों में शुमार सहारा की दो कंपनियों को अपने बॉन्ड हो…
आखिरकार सेबी ने निवेशकों को पैसा निकालवाने के लिए सहारा ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी 52 करोड़ रुपए नगदी और 450 एकड़ जमीन अपने कब्जे में कर ली है। इससे सहारा ग्रुप की साख को जहां बट्टा लगा है, वहीं निवेशकों को अपनी रकम वापस मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
दरअसल, देश की लोकप्रिय और बड़ी कंपनियों में शुमार सहारा की दो कंपनियों को अपने बॉन्ड होल्डर्स का 24 हजार करोड़ रुपए के लगभग रकम वापस करनी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सहारा की ओर से समय पर पैसा नहीं जमा कराए जाने के बाद सेबी ने फरवरी में ग्रुप के एसेट्स और खातों को कुर्क करने का आदेश दिया था। सूत्रों ने बताया कि कुर्की के तहत बैंकों में जमा कुल 23 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। सेबी ने म्यूचुअल फंडों और डीमैट खातों में जमा करीब 28 करोड़ रुपए के कई इनवेस्टमेंट भी कुर्क किए हैं। सेबी ने कुर्की का आदेश देने के बाद बैंकों, डिपॉजिटरीज, म्यूचुअल फंडों और एनबीएफसी सहित अन्य इकाइयों को इसके बारे में बताया ता। मार्केट रेगुलेटर ने रिजर्व बैंक से भी अनुरोध किया था कि वह बैंकों के प्रमुखों से सहारा ग्रुप से संबंधित खातों के फंड को सेबी के एक खाते में हस्तांतरित करने का निर्देश दें।
बता दें कि सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्प लिमिटेड ने कुछ बॉन्ड इश्यू के जरिए करीब 3 करोड़ निवेशकों से यह फंड जुटाया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सेबी द्वारा इन दावों पर सवाल खड़े किए गए हैं। हालांकि सहारा ग्रुप द्वारा कहा जाता रहा है कि उनका कोई भी निवेशक उनके खिलाफ नहीं हैं। निवेशकों को पैसा उनके पास सुरक्षित है।
वैसे सहारा देश का बहुत प्रतिष्ठित ग्रुप है और खेलों को भी यह सपोर्ट करता रहा। भारतीय क्रिकेट टीम सहारा स्पॉन्सर भी रहा है। आईपीएल में एक टीम भी सहारा ग्रुप ने खरीदी है। उत्तराखंड में आई विनाशकारी बाढ़ के लिए भी सहारा ग्रुप ने काफी सहायता भेजी है।