कर्फ्यू से रतलाम सराफा में करोड़ों का कारोबार प्रभावित

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रतलाम। त्योहारी समय में और खरीदारी के सीजन में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद लगाए बैठे शहर के व्यापारियों को कर्फ्यू से झटका लगा है। शहर का सराफा बाजार इससे सर्वाधिक प्रभाावित हुआ है। शनिवार के आधे दिन में ही 8 से 10 करोड़ का कारोबार प्रभावित होने की आशंका है।

रतलाम सराफा बाजार में आसपास के जिलों सहित राजस्थान व गुजरात से भी ग्राहक आते हैं। नवरात्र प्रारंभ होते ही बाजार की रौनक जमने लगी थी कि शनिवार की घटना के बाद माहौल बिगड़ गया। सोमवार को बाजार खुल भी गए तो भी ग्राहकी जमने में समय लग जाएगा।

फैक्ट फाइल

सराफा दुकानें करीब : 350

ग्राहक संख्या : प्रतिदिन 2000

कहां से : प्रदेश व गुजरात-राजस्थान से

कारोबार : हर दिन 8 से 10 करोड़

माहौल का ग्राहकी पर असर

गोलीकांड से सराफा व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अब बाहर के ग्राहक जोखिम उठा कर यहां आने में हिचकिचाएंगे। शहर में जल्द ही हालात सामान्य होना चाहिए। इंदौर-उदयपुर में कारोबार होने के बाद भी ग्राहकों की संतुष्टि रतलाम में ही है।

– अनिल कटारिया, डीपी ज्वेलर्स, रतलाम

भारी नुकसान की आशंका

सोमवार से छूट मिलती है तो भी काराबोर पटरी पर आते-आते नवरात्रि निकल जाएगी। सराफा में करोड़ों का नुकसान हुआ है। आगामी त्योहार के बारे में अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।

-झमक भरगट, अध्यक्ष, सराफा एसोसिएशन, रतलाम

मेले में हर रोज लाखों का नुकसान

शहर में लगे नवरात्रि मेले में अच्छे व्यापार की उम्मीद लेकर आए व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। एक दुकान से 5 से 6 हजार का व्यवसाय होता है। परिसर में 150 अलग-अलग सामानों की दुकानों है। करीब 3 लाख रुपए रोज का नुकसान हो रहा है। लेडिज चप्पल के दुकानदार मोहम्मद समीर, टेडीवेयर दुकान के संचालक चिराग यादव बताते हैं कि बाहर से उधार माल लेकर यहां आए है। धंधा चौपट होने से उधार चुकाना मुश्किल रहेगा।

इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार भी चौपट

कफर्यू के चलते इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में करीब 10 लाख रुपए रोज नुकसान वहन करना पड़ रहा है। व्यवसायी रोहित झालानी बताते हैं कि इन दिनों एक दुकान का रोज 50 हजार रुपए का व्यवसाय होता है। शहर में छोटी-बड़ी करीब 50 दुकानें हैं। कफर्यू भले ही खुल जाए लेकिन नवरात्रि में अब धंधा नहीं हो सकेगा।

मंडी में धरी रह गईं सब्जियां

कर्फ्यू की वजह से किसान सब्जी मंडी में ही सब्जियां छोड़कर चले गए। सब्जियों के ट्रक भी बाहर भी नहीं भेजे जा सके। सैलाना के कृषक पंकज मीणा बताते हैं कि टमाटर पूरी तरह से खराब हो गए। जबकि खीरा ककड़ी, हरी मिर्च, गोभी भी कल तक खराब हो जाएंगी। मंडी से करीब 15 ट्रक सब्जियां रोज पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र के शहरों में भेजी जाती है।

घर में ही रहेंगे 55 हजार बच्चे

कर्फ्यू के चलते शहर के निजी तथा शासकीय विद्यालयों में छुट्टी रहेगी। स्कूलों के मैदान में धमाल चौकड़ी करने वाले 55 हजार से अधिक बच्चे घरों में ही रहेंगे। शहर में कक्षा पहली से12वीं तक के 156 निजी स्कूल हैं। जिनमें 45 हजार से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। इसी तरह 6 शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में 3 हजार, 18 माध्यमिक विद्यालयों के ढाई हजार तथा 48 प्राथमिक विद्यालय में 7 हजार से अधिक विद्यार्थी है। जिला शिक्षा अधिकारी जेके शर्मा ने बताया कि सभी स्कूलों में सोमवार को अवकाश रहेगा।

पढ़ाने वाले कैसे जाएंगे स्कूल

कर्फ्यू में रविवार को ढील नहीं मिलने के बाद रतलाम में रहने वाले वे शिक्षक-शिक्षिकाएं परेशान हैं जिन्हें सोमवार को शहर से बाहर स्कूलों में जाना है। वाहनों की उपलब्धता नहीं होने से अब निजी साधन तलाशे जा रहे हैं।

उपवास वालों की दिक्कत

नवरात्रि के उपवास करने वालों को काफी दिक्कत हो रही है। फलाहार के फल नहीं मिल पा रहे हैं। सावित्रीदेवी ने बताया कि साबुदाना उपवास में नहीं खाते हैं। महीने के अंतिम दिन चलने के कारण मूंगफली के दाने, आलू भी खत्म हो गए।

सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो आरोपी जल्द पकड़े जाते

यदि नगर निगम परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो शनिवार को महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष व पार्षद पर हमला करने वाला आरोपी व उसका साथी आसानी से पकड़ा जा सकता था। लेकिन दस वर्ष पहले नेता प्रतिपक्ष की निगम परिसर में ही गोली मारकर हत्या, आए दिन होने वाले विवादों और पिछले दिनों उज्जैन निगम परिसर में जनप्रतिनिधि पर गोली चलने के बाद सभी निगम परिसरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और सुरक्षा इंतजाम करने की कवायद शुरू हुई थी लेकिन निगम प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। इसे निगम प्रशासन की हद दर्जे की लापरवाही माना जा रहा है।

ज्ञातव्य है कि विवादों और निगम का नाता किसी से छिपा नहीं है। आए दिन धरना-प्रदर्शन, विवाद, मारपीट के दृश्य निगम परिसर की पहचान बन चुके हैं। करीब दस वर्ष पूर्व शहर कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष व निगम में नेता प्रतिपक्ष आरआर खान की भी निगम परिसर में गोली मार कर हत्या की जा चुकी है। तब भी तत्कालीन जनप्रतिनिधियों ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे, लेकिन निगम प्रशासन ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए। पिछले दिनों उज्जैन नगर निगम परिसर में एक जनप्रतिनिधि पर गोली चलने के बाद प्रदेश के सभी निगम परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से सीसीटीवी कैमरे लगाने और सुरक्षाकर्मी तैनात करने की कवायद शुरू हुई थी। बावजूद इसके रतलाम निगम प्रशासन ने इस मामले में कदम उठाना जरूरी नहीं समझा।

निगम की इस लापरवाही का खामियाजा शनिवार को एक जनप्रतिनिधि को उठाना पड़ा। पार्षद और प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष यास्मीन शेरानी पर बदमाश ने दिनदहाड़े निगम परिसर में गोली दाग दी। वे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। घटना के बाद हमलावर आसानी से बच कर साथी के साथ भाग निकला। और तो और उसकी पहचान तक संभव नहीं हो पा रही है। यदि निगम परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो घटना का पर्दाफाश होने में जरा भी देर नहीं लगती। -निप्र

कोई सुरक्षित नहीं

पूर्व में नेता प्रतिपक्ष श्री खान की निगम परिसर में हत्या के बाद भी जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया। यदि सुरक्षा को लेकर सजगता रखी होती होता तो संभवतः यह घटना नहीं होती।

-विमल छिपानी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम

लगाएं जाएंगे कैमरे

सुरक्षा व्यवस्था के लिए नगर निगम भवन में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाना हैं। जल्दी ही इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर कैमरे लगाने की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।

-शैलेंद्र डागा, महापौर