आरबीआई के नए नियम से बढ़ेंगे सोने के दाम!

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अर्थव्‍यवस्‍था को बिगड़ती स्थिति को दुरुस्‍त करने के लिए सरकार सोने का निर्यात करने पर विचार कर रही है। इसके लिए भारतीय रिर्जव बैंक ने कई नए नियम लागू किए हैं। हालांकि अभी तक देश में निर्यात से कई गुणा ज्‍यादा सोने आयात होता है।

दरअसल, देश की अर्थव्‍यवस्‍था में तभी स्थिरता आ सकती है, जब चालू घाटे पर काबू पाया जा सके। भारत में सोने के आयात पर काफी वि…

आरबीआई के नए नियम से बढ़ेंगे सोने के दाम!

अर्थव्‍यवस्‍था को बिगड़ती स्थिति को दुरुस्‍त करने के लिए सरकार सोने का निर्यात करने पर विचार कर रही है। इसके लिए भारतीय रिर्जव बैंक ने कई नए नियम लागू किए हैं। हालांकि अभी तक देश में निर्यात से कई गुणा ज्‍यादा सोने आयात होता है।

दरअसल, देश की अर्थव्‍यवस्‍था में तभी स्थिरता आ सकती है, जब चालू घाटे पर काबू पाया जा सके। भारत में सोने के आयात पर काफी विदेशी मुद्रा देश से बाहर चला चली जाती है। इसलिए आरबीआई सोने के आयात और निर्यात में बैलेंस लाने की कोशिश कर रहा है। यही वजह है कि आयात के मुकाबले चालू खाते के घाटे (कैड) पर काबू पाने के एक और प्रयास के तहत आरबीआई ने बैंकों और अन्य अधिकृत एजेंसियों की ओर से सोने के आयात के नियमों को और कड़ा कर दिया।

बता दें कि नए उपायों के तहत केंद्रीय बैंक ने सोने के आयात को भविष्य के निर्यात से संबद्ध किया है। सर्राफा कारोबारियों का मानना है कि रिजर्व बैंक के इस कदम से सोने महंगा हो जाएगा। नए नियमों के अनुसार सभी बैकों और अधिकृत एजेंसियों को आयातित सोने का कम से कम 20 प्रतिशत निर्यात के लिए उपलब्ध कराना होगा और इतनी मात्रा में आयातित सोने को सीमा शुल्क विभाग के पास रखना होगा। रिजर्व बैंक की अधिसूचना के अनुसार, सभी निर्दिष्ट बैंकों, एजेंसियों को कम से कम सोने के आयात का (किसी भी रूप में) पांचवां हिस्सा यानी 20 प्रतिशत निर्यात के उद्देश्य से उपलब्ध कराना होगा। इसमें आगे कहा गया है कि इस तरह का आयात निर्दिष्ट एजेंसियों द्वारा निर्यातकों को वित्त उपलब्ध कराने से संबद्ध होगा। बैंकों और अन्य इकाइयों को आयातित सोने की 20 प्रतिशत मात्रा सीमा शुल्क विभाग से जुड़े गोदामों में रखनी होगी। दरअसल, केंद्रीय बैंक के इन नए कदमों का मकसद सोने के आयात पर अंकुश रखना है।

हालांकि जानकारों का मानना है कि सोने के आयात में बहुत ज्‍यादा कमी आना मुमकिन नहीं है, क्‍योंकि सोना हर भारतीय की भावनाओं और वैभव से जुड़ा हुआ है। इसलिए अगर सोने के आयात में कमी लानी है, तो लोगों की मानसिकता को बदलना होगा।