नई दिल्ली. मलेशिया की किफायती श्रेणी की विमानन कम्पनी एयरएशिया की भारतीय सहायक इकाई ने कुछ विमानों के साथ संचालन शुरू करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी।आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि कम्पनी ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को मंगलवार (23 अप्रैल) को आवेदन भेजा।कम्पनी ने इसी महीने पायलटों और चालक दल की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है।विमानन कम्पन
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नई दिल्ली. मलेशिया की किफायती श्रेणी की विमानन कम्पनी एयरएशिया की भारतीय सहायक इकाई ने कुछ विमानों के साथ संचालन शुरू करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी।आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि कम्पनी ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को मंगलवार (23 अप्रैल) को आवेदन भेजा।कम्पनी ने इसी महीने पायलटों और चालक दल की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है।विमानन कम्पनी अभी कुछ विमानों के साथ संचालन शुरू करना चाहती है, जिसकी संख्या बढ़ाकर पांच सालों में 37 कर ली जाएगी।कम्पनी ने पहले कहा था कि वह चेन्नई से संचालन करेगी और दूसरी तथा तीसरी श्रेणी के शहरों को सेवा देने पर अधिक ध्यान देगी। कम्पनी इस वर्ष के आखिर तक संचालन शुरू करना चाहती है।विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड को भेजे गए प्रस्ताव में एयरएशिया ने कहा था कि वह कम्पनी में 49 फीसदी हिस्सेदारी रखना चाहती है। संयुक्त उपक्रम में शेष 30 फीसदी टाटा संस के पास और 21 फीसदी अरुण भाटिया की टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस के पास रहेगी।केंद्र सरकार ने 26 मार्च को एयरएशिया को भारत में विमानन कम्पनी बनाने की अनुमति दी थी।अभी एयरएशिया के बेड़े में 118 विमान हैं। कम्पनी ने 350 विमानों के लिए ठेका दिया है।कम्पनी अभी थाईलैंड और मलेशिया से कारोबार का संचालन करती है और चेन्नई, बेंगलुरू, तिरुचिरापल्ली, कोच्चि और कोलकाता के लिए उड़ानों का संचालन करती है।मंत्रालय ने कहा कि कम्पनी को शुरू में 80.98 करोड़ रुपये निवेश करने की इजाजत दी गई है।