कंपनियों को लंबे समय तक या उच्च मुद्रास्फीति के लिए तैयार रहने की जरूरत है। इसके अलावा अगले 2-3 वर्षों तक जिंस कीमतों में अपस्फीति की स्थिति भी रह सकती है। हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने यहां ‘फिक्की लीड्स 2022’ कार्यक्रम में कहा कि अभूतपूर्व मुद्रास्फीति के पीछे घरेलू कारण नहीं हैं, बल्कि यह स्थिति कई वैश्विक कारकों के चलते बनी है। इनमें महामारी और यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान शामिल है।
निकट भविष्य में मुद्रास्फीति में कमी आने की संभावना के बारे में पूछने पर मेहता ने कहा, ”यह भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें आज दुनिया में तीन संभावित परिदृश्यों के लिए तैयार रहना होगा।” उन्होंने कहा कि एक संभावना है, ”मौजूदा ऊंचे आधार से मुद्रास्फीति या मामूली अपस्फीति जारी रहेगी। दूसरी संभावना यह है कि मुद्रास्फीति और भी ऊपर जा सकती है और तीसरी यह कि जिंस कीमतों में गिरावट हो सकती है।”
मेहता ने कहा कि यह परिदृश्य अगले दो-तीन वर्षों के लिए रह सकता है और एक व्यवसाय के रूप में हमें तीन परिदृश्यों के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि इस बार मुद्रास्फीति में एक बड़ा अंतर यह है कि पहले महंगाई एक या दो वस्तुओं में रहती थी लेकिन इस बार यह कई वस्तुओं में है। यही वजह है कि यह एक बड़ा वैश्विक मुद्दा बन गया है।